2024 में कांग्रेस के लिए जरूरी है ममता का फॉर्मूला, पढ़िए ये रिपोर्ट

2024 Loksabha Elections: कर्नाटक के सियासी नाटक को फिलहाल के लिए सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री बनने के ऐलान के बाद फुल स्टॉप लग गया है.. डीके पर कहीं न कहीं सिद्धा भारी पड़े और शिवकुमार को डिप्टी सीएम से संतुष्ट होना पड़ा. लेकिन अब इस कड़ी में नई डोर है जिसका लिंक सीधा 2024 से है.
2024 में बीजेपी की तैयारी
भाजपा की रणनीति 2024 आम चुनावों के लिए साफ़ है…इन आम चुनावों को बीजेपी फिर से खुद के लिए ख़ास बनाने की पूरी कोशिश करेगी…क्योंकि राज्यों में भले ही बीजेपी की पैठ धीरे-धीरे कमज़ोर होती जा रही है, लेकिन केंद्र में बीजेपी और पीएम मोदी के सामने खड़ा होता कोई दूसरा मज़बूत चेहरा नहीं दिखाई देता…
क्षेत्रियों दलों के समर्थन से बनेगी बात ?
भले ही कांग्रेस ने हाल ही में पहले हिमाचल फिर कर्नाटक अपने नाम किया है…लेकिन 2024 (2024 Loksabha Elections) में बने रहने के लिए क्षेत्रियों दलों का साथ बेहद ज़रूरी है…बिना उनके बात नहीं बन पाएगी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीधे तौर पर कांग्रेस से त्याग की बात कही…उन्होंने कहा है कि विपक्ष को एकसाथ चलने के लिए कांग्रेस को भी उन राज्यों में त्याग करना होगा जहां वो कमज़ोर है…सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी ममता बैनर्जी की इस बात का समर्थन करते नज़र आ रहें हैं.. हालांकि अभी के लिए कांग्रेस ने इस बात पर विराम लगाते हुए खुद को राष्ट्रीय पार्टी और TMC को क्षेत्रिय पार्टी बताया.

ममता के फॉर्मूले पर मंथन जरूरी
लेकिन इस बात से कांग्रेस इनकार नहीं कर सकती है कि बिना लोकल पार्टी को साथ लिए 2024 (2024 Loksabha Elections) में सत्ता की कुर्सी पर क़ाबिज हो पाना दूर के ढ़ोल जैसा ही है… देर सवेर ममता के फॉर्मूले पर कांग्रेस को मंथन करना ही होगा..जहां AAP, सपा,RJD,JDS, TRS, TMC जैसी पार्टियों का गठजोड़ ही कांग्रेस की साख बचाएगा..नहीं तो लाज़मी है कि हाल बसपा जैसा होगा..
बहराल..बहुत सी ढकी छिपी परतें धीरे-धीरे इस चुनावी साल में खुलेंगी..लेकिन आज बात करेंगें 2024 मे होने वाले सियासी महायुद्ध की किस तरह दोनों राष्ट्रीय पार्टियां अपने अपने राजनितिक तशकर से कैसे कैसे तेज़ तर्रार तीर निकालती हैं.
पिछले 5 सालों में (बीजेपी) 2024 Loksabha Elections
31 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए
6 राज्यों में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला
16 राज्यों में बीजेपी ने सहयोगी पार्टी के साथ सरकार बनाई
2 राज्य जहां दूसरे दलों के बागी विधायकों से मिलकर बीजेपी ने सरकार बनाई
मध्य प्रदेश- ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 20 कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई. इसके बाद राज्य में बीजेपी ने सरकार बनाई
महाराष्ट्र- एकनाथ शिंदे के साथ 56 में से 40 शिवसेना विधायक बागी हो गए. बीजेपी ने इन बागी विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाई.
7 राज्य जहां गठबंधन करके बीजेपी ने सरकार बनाई
हरियाणा- 2019 में सरकार बनाने के लिए 6 विधायक कम पड़े.फिर बीजेपी ने जननायक जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई
बिहार – बीजेपी ने जदयू के साथ मिलकर सरकार बनाई.बाद में गठबंधन टूटने से सरकार गिर गई.
पुडुचेरी – AINRC के साथ मिलकर बीजेपी ने सरकार बनाई. पहली बार यहां NDA की सरकार बनाई.
गोवा- सरकार बनाने के लिए 1 सीट कम पड़ी तो बीजेपी ने MGP के 2 और 3 निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाई.
नागालैंड- बीजेपी ने NDPP के साथ मिलकर नागालैंड में अपनी सरकार बनाई.
मेघालय- नेशनल पीपुल्स पार्टी( NPP) के साथ मिलकर बीजेपी ने सरकार बनाई
त्रिपुरा- बीजेपी ने IPFT के साथ मिलकर सरकार बनाई
पिछले 5 सालों में (कांग्रेस )
31 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए
कुल 7 राज्यों में कांग्रेस की सरकार
3 राज्यों में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला
3 राज्यों में कांग्रेस ने सहयोगी पार्टी के साथ सरकार बनाई
हिमाचल प्रदेश,छत्तीसगढ़, कर्नाटक में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार
वो राज्य जहां कांग्रेस ने सहयोगी पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई
राजस्थान- बहुमत से एक विधायक कम होने पर कांग्रेस ने BSP,BTP और निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाई
झारखंड- झारखंड मुक्ति मोर्चा को समर्थन देकर कांग्रेस ने झारखंड में सरकार बनाई
बिहार- बीजेपी और JDU गठबंधन टूटने के बाद कांग्रेस ने RJD और JDU के साथ मिलकर सरकार बनाई
2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के अहम दांव
राम मंदिर
ज्ञानवापी
कॉमन सिविल कोड
देश की सबसे बड़ी पार्टी
नरेंद्र मोदी पीएम का चेहरा
कांग्रेस / विपक्ष के 2024 के मुद्दे
गौतम अडानी
राहुल की संसद सदस्यता
देश में नफ़रत फैलाने का मुद्दा
देश की संपत्ति बेचने का मुद्दा
भ्रष्टाचार का मुद्दा
चंद पूंजीपतियों को संरक्षण देने का मुद्दा