पहलवानों को मिला सत्यपाल मलिक और स्वाति मालिवाल का साथ
जंतर मंतर पर धरने के लिए बैठे पहलवानों को जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का समर्थन मिल गया है. बुधवार को सत्यपाल मलिक ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और अन्य प्रशिक्षकों के खिलाफ बैठे पहलवानों को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
उन्होंने कहा है कि जिन एथलीटों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रदर्शन के लिए देश में सम्मानित किया गया, आज उन्हीं का न्याय के लिए सड़कों पर आना शर्मनाक है.
इस बीच दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले में पुलिसवालों पर ही एफ़आईआर दर्ज करने की मांग की है.
मालीवाल ने कहा, “पाँच दिन हो गए लेकिन दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के यौन शोषण मामले में एफ़आईआर दर्ज नहीं की. ये अवैध है. भारतीय दंड संहिता की धारा 166 ए (सी) के अनुसार अगर कोई पुलिसवाला एफ़आईआर दर्ज नहीं करता तो उसके ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है. हमने दोषी पुलिसवालों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज करने की सिफ़ारिश की है.”
मलिक ने ये भी कहा कि उन्होंने ओलंपिक पदक विजेता रहे बजरंग पूनिया से मंगलवार रात बात की है और उनसे प्रदर्शन में शामिल होने का वादा भी किया.
देश के जाने-माने कुश्ती पहलवानों ने रविवार से एक बार फिर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रह चुके बृज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ धरना शुरू किया है.
पहलवानों ने सिंह पर महिला एथलीटों के यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं और पुलिस में शिकायत भी दी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार मलिक ने कहा, “जब हमारी बेटियां मेडल जीतती हैं और तिरंगा फहराती हैं, उस समय बड़ी बेशर्मी से हम उन्हें सम्मानित करने के लिए चाय पर बुलाते हैं और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाते हैं. आज वो सड़कों पर हैं. हमें शर्म से डूब जाना चाहिए.”