‘पूजा के तरीक़े अलग हो सकते हैं, लेकिन सभी का लक्ष्य एक’- मोहन भागवत

Mohan Bhagwat
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) जब भी कोई बात रखते हैं, वो किसी न किसी बात का अंदेशा जरूर होती है. शुक्रवार को भागवत ने चार वेदों में से एक वेद ‘सामवेद’ के उर्दू अनुवाद का अनावरण किया. ये किसी वेद का अब तक का पहला उर्दू अनुवाद है.
मोहन भागवत ने दिल्ली के लाल किला परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान वेदों पर बात की और कहा कि पूजा पद्धति किसी धर्म का एक अंग होती है लेकिन उसका अंतिम लक्ष्य एक ही होता है.
उन्होंने आगे कहा कि पूजा करने के तरीक़े अलग हो सकते हैं लेकिन सभी का लक्ष्य एक ही है. किसी को इसके तरीक़े को लेकर नहीं लड़ना चाहिए. ये संदेश सभी के लिए प्रासंगिक है और भारत इसे दूसरों तक पहुंचा सकता है.
ये किसी वेद का अब तक का पहला उर्दू अनुवाद है जिसे मशहूर फ़िल्म निर्देशक इकबाल दुर्रानी ने किया है.
गौरतलब है कि पिछले कुछ वक्त से मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) भारत के मुसलमानों को भी जोड़ने की बाते कई सार्वजनिक मंचों से करते हुए दिखाई दे रहे है. मुमकिन है कि 2024 आम चुनाव में संघ की ओर से ये मुसलमानों को जोड़ने की पहल हो.