शारजाह में सचिन की ऐतिहासिक पारी के 25 साल पूरे, किया पापा को याद

भारत के महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर (Master Blaster Sachin Tendulkar) की ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खि़लाफ़ रेतीले तूफान (Desert Storm) के बीच शारजाह (Shahjahan) में खेली गई ऐतिहासिक पारी के आज 25 साल पूरे हो गए हैं.
उस पारी को याद करने के लिए मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में तेंदुलकर ने प्रशंसकों के बीच केक भी काटा.
इस दौरान उन्होंने प्रशंसकों को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘‘मुझे जो हासिल हुआ, वो बिना आपके समर्थन, प्यार और स्नेह के संभव नहीं था. उस पाॅज़िटिव एनर्जी ने भारत के लिए जो मैंने किया, वो करने की ताक़त दी.’’
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मेरा सपना भारत के लिए खेलने का और उस खूबसूरत ट्रॉफी को उठाना था. मेरा वो सपना 1983 में पनपा और तब से 2011 तक केवल वही मेरी ज़िंदगी की ख़्वाहिश रही.’’
उन्होंने अपने पिता को याद करते हुए कहा, ‘‘जब मैंने भारत के लिए खेलना शुरू किया, तब मेरे पापा ने मुझसे पूछा कि तुमने तो अपना लक्ष्य प्राप्त कर लिया, अब आगे क्या करोगे.’’
तेंदुलकर के अनुसार, ‘‘तब उन्होंने मुझसे कहा कि वे चाहते हैं कि तुम एक अच्छे इंसान बनो. ये ऐसी चीज़ है, जो अंतिम सांस तक तुम्हारे साथ रहेगी और लोग तुम्हें क्रिकेट करियर के बाद भी प्यार करेंगे.’’
शारजाह की वो ऐतिहासिक पारी
भारत, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बीच 1998 अप्रैल में खेली गई वनडे सिरीज़ के फाइनल में पहुंचने के लिए खेले गए उस मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया को हराना था या तय ओवरों में एक तय स्कोर तक पहुंचना था.
भारत 285 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहा था कि बीच में रेत का तूफान आ गया. हालांकि भारत वो मैच 34 रन से हार गया, लेकिन तेंदुलकर की शानदार 143 रनों की पारी के दम पर भारत फाइनल में पहुंच गया.
और फाइनल में फिर से सचिन ने अपने जन्म की 25वीं सालगिरह पर 134 रनों की पारी खेलकर भारत को जीत दिला दी.
आज भी वो दोनों पारियां लोगों के जे़हन में बसी हैं.