एक बार फिर से गहलोत बनाम पायलट, सचिन पायलट ने कहा- आपने गद्दारी की
Pilot Slams Gehlot: कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने एक प्रेस कॉन्फ्रे़ंस कर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ख़िलाफ जमकर निशाना साधा.
सोनिया नहीं वसुंधरा हैं गहलोत की नेता
उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत ने जो भाषण परसों धौलपुर में दिया उसे सुनकर यह बात साफ़ हो जाती है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे है.
सचिन पायलट ने कहा, “एक तरफ़ ये कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी, दूसरी तरफ कहा जाता है कि सरकार को बचाने का काम वसुंधरा कर रहीं थीं. ये जो विरोधाभास है इसे समझाना चाहिए.”
उन्होंने कहा, “मुझे गद्दार कहा गया, निकम्मा आदि कहा गया. जो आरोप परसों लगाए गए, ये आरोप मैं पिछले ढाई साल से सुन रहा था. हम अपनी सरकार को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे. जिस प्रकार का भाषण दिया गया, पहली बार देखा कि अपनी ही सरकार को, अपने विधायकों को, अपने ही नेताओं को बदनाम करने का काम हो रहा है और खुद मुख्यमंत्री इस काम को अंजाम दे रहे हैं. भाजपा के नेताओं का गुणगान हो रहा है.”
विधायकों पर आरोप लगाना गलत
गहलोत के भाषण पर सवाल उठाते हुए सचिन पायलट (Pilot Slams Gehlot) ने कहा, “ऐसे लोग जो पब्लिक लाइफ में रहे, जिनकी एक साख है, उन पर आरोप लगा देना कि आप चंद रुपयों में बिक गए. मैं इसे ग़लत मानता हूं. तीन साल से आपने कोई कार्रवाई नहीं की.”
सीएम ने तोड़ा पार्टी का अनुशासन
उन्होंने सीएम पर पार्टी का अनुशासन तोड़ने का आरोप लगाया. सचिन ने कहा कि 25 सितंबर को सोनिया गांधी ने अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे को जयपुर भेजा था ताकि वो विधायकों की बैठक ले पाएं और राज्य के नेतृत्व को लेकर फैसला कर पाएं, लेकिन वो बैठक तक नहीं होनी दी गई.
सोनिया की अवहेलना करना गहलोत की गद्दारी (Pilot Slams Gehlot)
पायलट ने कहा, “उस समय सोनिया गांधी पार्टी की अध्यक्ष थीं. उनकी जो अवहेलना हुई, उनकी जो मानहानि हुई, उनकी जो बेइज्जती हुई वो गद्दारी थी. पता नहीं कितने विधायकों को इस्तीफा दिलवाया गया. अपनी सरकार को संकट में खड़ा किया गया.”
उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग आरोप लगाते हैं कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के कहने पर विधायकों के इस्तीफे दिलवा दिए गए. इन बातों को मंच से बोलना शोभा नहीं देता है.
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