60 साल, 400 क्रैश, 200 जवान-60 नागरिकों की मौत…एक बार फिर काल बना MIG 21
MIG 21 Crash: Rajasthan के हनुमानगढ़ में आज इंडियन एयर फोर्स का Mig 21 विमान क्रैश हो गया. हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई. हालांकि IAF के अधिकारिक बयान के मुताबिक विमान के दोनों पायलट खुद को Eject करने में सफल रहे थे लेकिन विमान जिस घर पर गिरा वहां मौजूद लोगों की जिंदगी का काल बन गया.
इस क्रैश से कई सवाल उठते हैं.. क्योंकि MIG 21 क्रैश का ये कोई पहला मामला नहीं. पिछले 60 साल में अब तक 400 क्रैश हो चुके हैं.. जिनमें 200 जवान और 60 नागरिकों की मौत हो चुकी है. 1960 के दशक में Mig 21 भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हुआ था.
1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध में इस विमान ने अहम भूमिका निभाई. लेकिन MIG- 21 के क्रैश होने का लंबा इतिहास रहा है.
MIG 21…1971 की जंग में ऐसा नाम बन गया था, जिसने पाकिस्तान को घुटनों के बल ला दिया था. लड़ाकू विमान MIG 21 को 6 दशक तक भारत वायुसेना की रीढ़ माना जाता रहा है. लेकिन पिछले कुछ सालों से सुरक्षा को लेकर सवालों में है. वजह इसका क्रैश होना है
1963 में रूस से भारत को पहला सिंगल-इंजन मिग-21 मिला था. इसके बाद से भारतीय वायुसेना की लड़ाकू क्षमता को बढ़ाने के लिए इस लड़ाकू विमान के 874 वेरिएंट शामिल किए.
अहम सवाल ये है कि अगर ये विमान सुरक्षा के लिहाज से अब इतने सक्षम नहीं रहे तो इन्हें क्यों ढोया जा रहा है.. या फिर अगर कोई तकनीकि खराबी है तो उसे दुरुस्त क्यों नहीं किया जा रहा. आखिर कब तक मिग क्रैश से जवान और आम नागरिक यूं ही मौत के घाट उतरते रहेंगे.
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