राहुल गांधी के सजा पर रोक से बीजेपी की बढ़ी मुश्किलें
Rahul Gandhi vs Bjp: सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही आपकाधिक मानहानि केस में राहुल गांधी को मिली 2 साल की सजा और देषसिद्धि पर रोक का फैसला सुनाया, कांग्रेस में खुशी की लहर दौड़ गई. अधीर रंजन चौधरी समेत तमाम कांग्रेस सांसद तो संसद परिसर में ही पूरे जोश में वी फार विक्ट्री का नारा लगाने लगा.. ट्विटर पर कांग्रेस सत्य की जात का जश्न मनाने लगी. कांग्रेस मुख्यालय के बाहर कार्यकर्ता खुशी से नाचने लगे, झुमने लगा. ये स्वाभाविक भी है.
क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब राहुल गांधी के नाम के साथ वायनाड के पूर्व सासद का ठप्पा भी हट गया है. राहुल गांधी की ना सिर्फ संसद सदस्यता बहाल होने जा रही है बल्कि उनके 2024 का चुनाव लड़ने पर छाए संशय के बादल भी हट गए है. लेकिन ऐसे में एक सवाल है जो इस वक्त सभी के मन में चल रहा है. की सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद 2024 के लिहाज से क्या बदलेगा ?
BJP की बढ़ेगी चुनौती या आसान होगी राह?
Rahul Gandhi vs Bjp: राहल गांधी की संससद सदस्यता बहाल होने और 2024 में उनके चुनाव लड़ने का रास्ता साफ होने से सत्ताधारी NDA खासकर बीजेपी की चुनौती बढ़ने वाली है. संसद में अब राहुल गांधी की पहले से भी कड़े तेवरों के साथ वापसी होने जा रही है. मौजूदा दौर में राहुल गांधी बिना किसी शक के विपक्ष के सबसे असरदार नेता और नरेंद्र मोदी अगुवाई वाली केंद्र सरकार के खिलाफ सबसे मुखर आवाज है. सोशल मीडिया से लेकर सड़क सक वो मोदी सरकार को घोरते आए है. भारत जोड़ो यात्रा के बाद उनकी एक परिपक्व और जुझारू नेता की छवि उभरी है. इससे कहा जा सकता है कि बीजेपी की चुनौती बढ़ेगी.
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के सहयोगी दलों के लिए क्या संदेश
Rahul Gandhi vs Bjp: सुप्रीम कोर्ट से राहुल गांधी को मिली राहत के बाद विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के कुछ सहयोगी दलों की चुनौती भी बढ़ने वाली है. राहुल गांधी के चुनावी परिदृश्य से बाहर देखकर विपक्षी गठबंधन के कई सहयोगी दलों की प्रधानमंत्री पद की हसरत परवान चढ़ रही थी. किन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद परिस्थितियां बदल गई हैं. अब इन नेताओं की हसरत ‘मुंगेरी लाल के हसीन सपने’ में तब्दील हो सकती है.
बीजेपी से ज्यादा झटका तो ममता बनर्जी को!
Rahul Gandhi vs Bjp: टीएमसी चीफ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पीएम पद की महत्वाकांक्षा किसी से छिपी नहीं है. राहुल गांधी के सीन से गायब होने को टीएमसी अपने लिए मौके के रूप में देख रही थी. वही अब राहुल गांधी की वापसी से उनकी चुनौती जरूर बढ़ गई है.
प्रियंका गांधी वाड्रा का इंतजार!
Rahul Gandhi vs Bjp: आपराधिक मानहानि मामले में सजा से राहुल गांधी की संसद सदस्यता छिनने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस के भीतर केंद्रीय भूमिका की मांग जोर पकड़ रही थी. राहुल गांधी चुनाव नही लड़ सकते थे लिहाजा प्रियंका गांधी वाड्रा के लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस को अब किसी ‘प्लान बी’ की जरूरत ही नहीं पड़ेगी
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