ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी से CBI की पूछताछ, ईडी की भी छापेमारी

ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी
शिक्षक भर्ती घोटाले (Teacher Recruitment Scam) में गिरफ्तार युवा तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता कुंतल घोष के एक पत्र के मामले में सीबीआई तृणमूल कांग्रेस सांसद और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) से पूछताछ कर रही है.
दूसरी ओर, ईडी और सीबीआई की अलग-अलग टीमें कोलकाता और अभिषेक के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर इलाके में तृणमूल नेताओं के घर छापेमारी कर रही है.
इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के पहली बार बंगाल की सत्ता में आने के 12 साल पूरे होने के मौके पर अपने एक ट्वीट में केंद्र की भाजपा सरकार और केंद्रीय एजेंसियों की सक्रियता की आलोचना की है.
उन्होंने कहा है कि एजेंसियों की ताजा सक्रियता से साफ है कि केंद्र सरकार अभिषेक से डर गई है.
उनका कहना था, “केंद्र की तानाशाह सरकार के एजेंसी राज ने हमारी सरकार के कामकाज को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है.”
ममता का कहना है कि ईडी और सीबीआई तृणमूल कांग्रेस से बहुत डरती हैं. भाजपा अभिषेक की जनसंपर्क यात्रा को बंद करने का प्रयास कर रही है.
केंद्र के आदेश पर लिया गया नाम ?
अभिषेक ने कोलकाता के शहीद मीनार में आयोजित सभा में दावा किया था कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने कुणाल घोष और मदन मित्र जैसे तृणमूल कांग्रेस नेताओं के हिरासत में रहने के दौरान उनसे उनका (अभिषेक का) नाम लेने को कहा था.
उसके बाद ही शिक्षक भर्ती घोटाले में जेल में युवा तृणमूल कांग्रेस ने यही आरोप लगाते हुए एक अदालत और कोलकाता पुलिस को पत्र भेजा था.
उसके बाद कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा था कि इस मामले में ईडी और सीबीआई अभिषेक से पूछताछ कर सकती है. उसके बाद अभिषेक ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी.
इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की पीठ को बदलने का निर्देश दिया था.
लेकिन न्यायमूर्ति अमृता सिन्हा ने भी बृहस्पतिवार को वही निर्देश दिया जो न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने दिया था.
उसके 24 घंटे के भीतर ही सीबीआई ने अभिषेक को समन भेज कर शनिवार को हाजिर होने को कहा था.
अभिषेक ने आज एक पत्र के जरिए सीबीआई को बताया है कि वे हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे.