गुजरात में रफ्तार का कहर, 2 मौतें

गुजरात के भावनगर जिले के कलियाबीद इलाके में सोमवार शाम एक भयावह हादसा हुआ। 20 साल का हर्षराज सिंह गोहिल, जो एक पुलिसकर्मी का बेटा है, ने अपनी तेज़ रफ्तार SUV से दो पैदल चल रहे लोगों को कुचल दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग घायल हुए हैं।

यह पूरा हादसा CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हुआ और वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।

हादसे की जगह और समय

यह हादसा सोमवार की शाम करीब 4 बजे गुजरात के भावनगर जिले के कलियाबीद इलाके में हुआ। यह इलाका आमतौर पर भीड़भाड़ वाला माना जाता है, जहां दिन के समय सड़क पर पैदल चलने वालों और दोपहिया वाहनों की आवाजाही रहती है। इसी दौरान तेज़ रफ्तार SUV ने सड़क पार कर रहे लोगों को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे अफरा-तफरी मच गई और पूरा इलाका सदमे में आ गया।

हर्षराज कौन है और क्या हुआ उस दिन?

आरोपी युवक की पहचान हर्षराज सिंह गोहिल के रूप में हुई है, जो स्थानीय अपराध शाखा (LCB) में तैनात ASI अनिरुद्ध सिंह गोहिल का बेटा है। हादसे के समय वह अपनी सफेद क्रेटा SUV चला रहा था और उसके साथ उसका एक दोस्त भी था, जो लाल ब्रेज़ा कार में मौजूद था। शुरुआती जांच और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दोनों कारें सड़क पर एक-दूसरे से रेस कर रही थीं।

हादसे से जुड़ी अहम जानकारियां:

  • हर्षराज की SUV की रफ्तार करीब 120–150 किमी/घंटा थी।
  • दोनों युवक आपस में सड़क पर रेसिंग कर रहे थे।
  • सफेद क्रेटा ने पहले दो पैदल लोगों को, फिर एक स्कूटर को टक्कर मारी।
  • यह सब घटनाक्रम CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गया है।

CCTV में क्या-क्या कैद हुआ?

CCTV फुटेज में साफ़ दिखाई देता है कि सफेद रंग की SUV तेज़ रफ्तार से सड़क पर दौड़ रही थी। अचानक वह दो पैदल चल रहे लोगों को ज़ोरदार टक्कर मारती है, जिससे वे कुछ ही सेकंड में ज़मीन पर गिर जाते हैं। इसके बाद SUV एक स्कूटर से भी टकरा जाती है, जिस पर दो लोग सवार थे। इस हादसे की तीव्रता इतनी अधिक थी कि पास में खड़ी कई गाड़ियाँ भी क्षतिग्रस्त हो गईं। पूरा दृश्य बेहद भयावह और झकझोर देने वाला था, जो सड़क पर लापरवाह रफ्तार के खतरनाक परिणामों को दर्शाता है।

कौन-कौन मारे गए और कौन घायल हुआ?

मृतक:

  1. भार्गव भट्ट (30) – मधु सिलिका कंपनी में काम करते थे, ऑफिस जाते वक्त हादसा हुआ।
  2. चंपाबेन वचानी (65) – सड़क पार कर रही थीं।

घायल:

  • स्कूटर सवार दो लोग, जिन्हें सर टी अस्पताल ले जाया गया।

पुलिसकर्मी पिता का साहसिक कदम

ASI अनिरुद्ध सिंह को जैसे ही हादसे की खबर मिली, वे मौके पर पहुंचे और अपने बेटे को फटकारते हुए सीधे पुलिस थाने ले गए।
उन्होंने खुद हर्षराज को पुलिस के हवाले कर दिया। फिलहाल वह हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है। जल्द ही गिरफ्तारी भी की जा सकती है।

जनता का गुस्सा और सवाल

इस हादसे ने शहर में नाराज़गी और सवालों की बौछार खड़ी कर दी है:

  • क्या पुलिसवालों के बच्चों को कानून से छूट है?
  • क्या सड़कों पर रेसिंग अब आम बात हो गई है?
  • कब तक निर्दोष लोग रफ्तार की लापरवाही की भेंट चढ़ते रहेंगे?

निष्कर्ष

यह घटना सिर्फ एक सड़क हादसा नहीं, बल्कि एक जागरूकता की चेतावनी है। तेज़ रफ्तार, लापरवाही और दिखावे का जुनून किस तरह कीमती ज़िंदगियाँ छीन सकता है, यह इसका दुखद उदाहरण है।

ज़रूरी है कि प्रशासन सख़्त कार्रवाई करे, ताकि कोई भी यह न समझे कि वह कानून से ऊपर है।

(This article is written by Pragya Rai, Intern at News World India.)

Spread the News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *