2024 में बीजेपी को एकजुट होकर टक्कर देगा विपक्ष?
Opposition In Loksabha Election 2024: बीजेपी और पीएम मोदी के खिलाफ़ 2024 में विपक्ष एकजुट होकर लडेगा.. वहीं दूसरी तरफ विपक्ष की जमकर तैयारियां शुरु हो चुकी हैं.जो 2024 में देश की तक़दीर तय करेगा…पीएम मोदी और बीजेपी के ख़िलाफ़ विपक्ष के एकुजट होने की क़वायद का गवाह जल्द ही पटना बनने वाला है.
2024 के लिए विपक्ष का संगठन
विपक्ष एकसाथ होगा तभी तो बीजेपी को देश से हटाया जाएगा…इस फॉर्मूले पर नीतीश कुमार ने तेज़ी से काम करना शुरू कर दिया है…12 जून को 18 विपक्षी दल एक साथ पटना में जुटेंगे जिसको लेकर कांग्रेस ने भी हामी भर दी है…पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भी शामिल होने की पूरी-पूरी उम्मीद है.
ऐसी संभावनाएं हैं कि विपक्ष अब बिल्कुल भी कोर कसर 2024 के लिए नहीं छोड़ना चाहता है…इस सियासी महाभारत में शाम, दाम, दंड, भेद का गवाह भी देश आगे बनता रहेगा…क्योंकि विपक्ष इस बात से बख़ूबी वाकिफ़ है कि अब नहीं तो फिर कभी नहीं….इसी कड़ी में बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विपक्ष को एकजुट करने के लिए कमर कस ली है…क्योंकि ..जून की इस तपती गर्मी में बिहार की राजनीति इस सियासी तपिश को और बढ़ाने वाली है..
विपक्ष का मुखौटा कितना सच्चा !
विपक्ष के नेतृत्व का चेहरा अभी तक तय नहीं है लेकिन विपक्षी एकता वाली थ्योरी अपनाकर, और पुराने गिले-शिक़वे मिटाकर पूरा विपक्ष एकसाथ खड़े होने की कोशिश में है…नेतृत्व का चेहरा भले ही अभी तय न हो लेकिन पार्टियों के चेहरों पर चेहरे होने के बाद भी हर कोई साथ दिखने की कोशिश कर रहा है.
इन चेहरों में कितना मुखौटा और कितनी सच्चाई है ये तो आगे साफ़ होता चला जाएगा लेकिन फिलहाल 12 जून को “18 दल मिलेगा बल वाले कोड ” पर काम शुरू हो गया है.
बीजेपी ने दिया विपक्ष को मुंहतोड जबाव ( BJP Slams Opposition )
इसविपक्षी एकता के शंखनाद का जवाब बीजेपी न दे, ऐसा भी नहीं हो सकता है. बीजेपी ने बिहार से ही इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. बुधवार को राजस्थान से शुरू हुए बीजेपी के जन संपर्क अभियान को बिहार में भी बढ़ावा दिया जाएगा
जिसकी मंज़ूरी सैद्धांतिक रूप से मिल गई है…इस बात की पुष्टि खुद बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कर दी है…अब देखना होगा कि कैसे बड़े-बड़े विपक्षी चेहरों के जमावड़े बीजेपी और पीएम मोदी को टक्कर देते हैं.
एकजुट विपक्ष में शामिल हैं बड़े चेहरे
मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल से लेकर, राहुल गांधी, उद्धव ठाकरे, संजय राउत जैसे नामों के शामिल होने की चर्चाएं तेज़ हैं. क्योंकि मौका भी है और दस्तूर भी यही है कि एकता में ही बल है.
इस सियासी शतरंज में मोहरे, प्यादे, वज़ीर, मंत्री और राजा सबकी आज़माईश होगी…जंग भी होगी. कौन पास होगा कौन फेल इसका फैसला तो जनता जनार्दन करेगी. लोकतंत्र के इस मंच में प्रजा ही राजा है. किसकी मुट्ठी में होगा ये राज, इसके लिए वक्त है लेकिन सियासी किंग बनने की क़वायद शुरू हो चुकी है.
विपक्ष की महाबैठक
कहां- पटना
कब- 12 जून
कितनी पार्टियां- 18-20 को न्योता
एजेंडा- लोकसभा चुनाव की रणनीति
विपक्ष का दिखेगा बल?
अखिलेश यादव
हेमंत सोरेन
उद्धव ठाकरे
शरद पवार
सीताराम येचूरी
दीपांकर भट्टाचार्य
एमके स्टालिन
के चंद्रशेखर राव
मल्लिकार्जून खरगे
ममता बनर्जी
अरविंद केजरीवाल
एकता मुहिम पर बंटा विपक्ष
नवीन पटनायक- नीतीश की मुहिम के साथ नहीं
ममता बनर्जी- शर्तों के साथ जुड़ने के लिए तैयार
अखिलेश यादव- क्षेत्रीय दलों को अहमियत के पक्ष में
मायावती- अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान
कांग्रेस कहां–कहां मुक़ाबले में?
पंजाब
हिमाचल प्रदेश
उत्तराखंड
हरियाणा
राजस्थान
गुजरात
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गोवा
केरल
कांग्रेस को जहां साथी की ज़रुरत
जम्मू-कश्मीर
दिल्ली
उत्तर प्रदेश
बिहार
झारखंड
पश्चिम बंगाल
ओडिशा
आंध्र प्रदेश
महाराष्ट्र
तेलंगाना
तमिलनाडु
विपक्ष में पीएम के कितने चेहरे?
राहुल गांधी
नीतीश कुमार
ममता बनर्जी
शरद पवार
अरविंद केजरीवाल
के.चंद्रशेखर राव
एकजूटता की राह में रोड़े
दिल्ली–पंजाब
कांग्रेस VS AAP
प.बंगाल
कांग्रेस VS TMC
तेलंगाना
कांग्रेस VS BRS
उत्तर प्रदेश
कांग्रेस VS सपा
केरल
कांग्रेसVS लेफ्ट
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