एक बार फिर से विवादों में बृजभूषण शरण सिंह, जानें क्या है नया मामला

Brij Bhushan singh

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Allegations on Brij Bhushan Singh:- बृजभूषण शरण सिंह और महिला पहलवानों के बीच लगातार पिछले एक महिने से टकराव चली आ रही है. जंतर- मंतर पर महिला पहलवानो का धरना जारी है.

ऐसे में लोगों की नजरें बृजभूषण सिंह पर टिकी हुई हैं हालांकि पता चला है कि वो 50 से भी ज्यादा स्कूल और काॅलेज के मालिक हैं. उन पर “नकल माफि़या” होने का भी आरोप लगाया जाता हैउनके ख़िलाफ़ गोंडा के स्थानीय थाने में अनेक मामले दर्ज हैं. वे पिछले 12 सालों से कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे हैं.

बृजभूषण सिंह की पूरी कहानी

फैला हुआ है शिक्षा का बड़ा साम्राज्य

बृजभूषण शरण सिंह प्रदेश के देवीपाटन मंडल के चार ज़िलों- गोंडा, बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती में पाँच दर्जन से अधिक डिग्री कॉलेजों और इंटर कॉलेजों के मालिक हैं.

उनके क़रीबी माने जाने वाले बलरामपुर से बीजेपी के विधायक पल्टूराम की मानें तो लगभग 60 शैक्षणिक संस्थान बृजभूषण ने ख़ुद खड़े किए हैं. पल्टूराम कहते हैं, “शिक्षा का केंद्र होने के कारण, बिहार और पूरे पूर्वांचल से यहाँ बच्चे पढ़ने आते हैं. इस प्रकार से उनका पूर्वांचल से हमेशा लगाव रहा है.”

गोंडा के वरिष्ठ पत्रकार जानकी शरण द्विवेदी बताते हैं कि केवल नंदिनी महाविद्यालय में लगभग 20 हज़ार बच्चे पढ़ते हैं और वहाँ कई सौ लोग काम करते हैं.”इसी तरह इनके सभी कॉलेजों को गिना जाए तो वहाँ पर इनके ढेर सारे स्टाफ़ और टीचर हैं, जब भी कोई चुनाव होता है तो सभी लोगों को चुनाव में लगा दिया जाता है. इसकी वजह से उनका बूथ प्रबंधन बहुत मज़बूत हो जाता है. यही वजह है कि ये चुनाव जहाँ से भी लड़ते हैं, कामयाबी उनके हाथ ही आती है.”

इन काॅलेजो के स्वामित्व अलग-अलग परिजनो को बना रखा है,लेकिन इन सब काॅलेजो के संस्थापक बृजभूषण ही है.

छात्रों और अध्यापको के बीच काफ़ी लोकप्रिय है बृजभूषण सिंह

भाजपा विधायक पल्टूराम बताते हैं, “गोंडा के नंदिनी नगर महाविद्यालय की स्थापना के बाद, सिर्फ देवीपाटन मंडल ही नहीं, अयोध्या मंडल और बस्ती मंडल में भी शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने काफी काम किया है.”

जब नंदिनी नगर कॉलेज के छात्रों से बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों के बारे में पूछा गया तो वे “नेताजी ज़िंदाबाद!” के नारे लगाने लगे.

बलरामपुर के छात्र सोनू तिवारी कहते हैं, “वो हमारे गार्जियन हैं. वो एक तरह से गरीबों के मसीहा भी हैं. हम लोग उनसे ज़िन्दगी भर जुड़े रहेंगे.”

प्रवेश यादव बिहार से हैं और वो कहते हैं कि बृजभूषण के संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र, “उनसे व्यक्तिगत जुड़ाव महसूस करते हैं.”

भगवान मानते है छात्र

वो बताते हैं, “यहाँ पढ़ाई सस्ती है, सुविधा अच्छी है. यहाँ सिर्फ बिहार यूपी ही नहीं, कश्मीर, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और नेपाल के लड़के भी पढ़ने के लिए आते हैं. वो यहाँ एलएलबी और एग्रीकल्चर की पढ़ाई करने आते हैं.”

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