दरभंगा की जाले सीट पर “घड़ी विवाद” से मचा बवाल

दरभंगा जिले की जाले विधानसभा सीट इस वक्त बिहार चुनाव 2025 की सबसे चर्चित सीटों में से एक बन गई है।
यहां कांग्रेस उम्मीदवार ऋषि मिश्रा और भाजपा प्रत्याशी जीवेश मिश्रा के बीच “घड़ी बांटने” को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया।
मामला अब कानूनी कार्रवाई तक पहुंच गया है, और दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।

विवाद की शुरुआत कैसे हुई?

घटना 21 अक्टूबर की शाम की है, जब मस्का बाजार के पास दोनों उम्मीदवार आमने-सामने आ गए।
कांग्रेस प्रत्याशी ऋषि मिश्रा ने आरोप लगाया कि भाजपा उम्मीदवार जीवेश मिश्रा अपने समर्थकों के जरिए मतदाताओं को घड़ियां बांट रहे थे, ताकि वोटों को प्रभावित किया जा सके।

इसी बात पर दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई, और थोड़ी देर में मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

एफआईआर दर्ज और गाड़ी जब्त

भाजपा प्रत्याशी जीवेश मिश्रा के ड्राइवर शंकर पासवान ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत में आरोप लगाया गया कि कांग्रेस उम्मीदवार ऋषि मिश्रा और उनके समर्थकों ने
👉 जातिसूचक टिप्पणी की
👉 और जान से मारने की धमकी दी

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गाड़ी जब्त कर ली।
गाड़ी से भाजपा चिन्ह वाली घड़ियां मिलीं, जिन्हें पुलिस ने सबूत के तौर पर सील कर दिया है।
प्रशासन इस पूरे मामले को आचार संहिता उल्लंघन के रूप में देख रहा है और जांच जारी है।

कांग्रेस का जवाब: “भाजपा खरीद रही है वोट”

कांग्रेस प्रत्याशी ऋषि मिश्रा ने भाजपा के आरोपों को पूरी तरह खारिज किया।
उन्होंने कहा,

“भाजपा पैसे और उपहारों के जरिए चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
मैंने जो वीडियो बनाया, वह जनता को सच दिखाने के लिए था।
जनता सब जानती है कि कौन सही है।”

भाजपा का पलटवार: “राजनीतिक साजिश है”

भाजपा ने इस मामले को कांग्रेस की साजिश बताया।
भाजपा उम्मीदवार जीवेश मिश्रा ने कहा,

“यह सब एक चुनावी चाल है। कांग्रेस जानबूझकर झूठे आरोप लगाकर सहानुभूति हासिल करना चाहती है।
जनता सब देख रही है और सच सामने आएगा।”

जाले विधानसभा सीट का समीकरण

जाले विधानसभा सीट मिथिलांचल की राजनीति में अहम मानी जाती है।
यहां इस बार मुकाबला सीधे भाजपा और कांग्रेस के बीच है।
पहले चरण के मतदान से पहले ही राजनीतिक माहौल बेहद गर्म हो चुका है।

प्रशासन की सबसे बड़ी चुनौती है कि मतदान से पहले शांति और कानून-व्यवस्था बनी रहे।

प्रशासन की सख्ती

“घड़ी विवाद” के बाद प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है
पुलिस लगातार गश्त कर रही है, और अधिकारियों ने साफ कहा है —

“आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।”

सियासी असर और जनता की नजर

यह विवाद अब राजनीतिक मुद्दा बन चुका है।
कांग्रेस इसे “जनता बनाम सत्ता की लड़ाई” बता रही है,
जबकि भाजपा इसे “झूठे आरोपों और अफवाहों का खेल” कह रही है।

अब सवाल है —
मतदाता इस विवाद को कैसे देखते हैं,
और क्या यह जाले सीट पर निर्णायक प्रभाव डालेगा?

निष्कर्ष

जाले विधानसभा सीट पर हुआ यह “घड़ी विवाद”
अब सिर्फ एक स्थानीय घटना नहीं रहा,
बल्कि बिहार चुनाव 2025 का चर्चित राजनीतिक मोड़ बन चुका है।

अब निगाहें हैं —
➡️ प्रशासन की जांच पर,
➡️ चुनाव आयोग की कार्रवाई पर,
➡️ और मतदाताओं के अंतिम फैसले पर।

Spread the News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *