झारखंड सरकार ने तीन कफ सिरप पर प्रतिबंध लगाया

झारखंड सरकार ने जन स्वास्थ्य सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए
तीन कफ सिरप — कोल्ड्रेफ, रेपिफ्रेस और रीलाइफ — की बिक्री और उपयोग पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है।

यह फैसला मध्य प्रदेश और राजस्थान में इन दवाओं के सेवन से बच्चों की मौत की घटनाओं के बाद लिया गया।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन ब्रांडों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया।
सरकार ने इस संबंध में एक आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दी है।

स्वास्थ्य मंत्री ने दिए सख्त निर्देश

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने सभी जिलों के
औषधि नियंत्रण अधिकारियों और औषधि निरीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे:

  • राज्यभर के मेडिकल स्टोर और फार्मा कंपनियों से संदिग्ध कफ सिरप के नमूने एकत्र करें,
  • इन नमूनों की प्रयोगशाला में जांच कराएं,
  • और जिन दवाओं में खतरनाक रासायनिक तत्व पाए जाएं, उन्हें तुरंत जब्त कर नष्ट करें।

मंत्री ने यह भी कहा कि सभी डॉक्टर और फार्मासिस्ट दवाइयां लिखते या बेचते समय पूरी सावधानी बरतें
और औषधि नियमों का सख्ती से पालन करें।

“राज्य का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है।
झारखंड में कोई भी हानिकारक दवा जनता तक नहीं पहुंचने दी जाएगी,”
— डॉ. इरफान अंसारी, स्वास्थ्य मंत्री

मध्य प्रदेश की रिपोर्ट बनी कार्रवाई का आधार

स्वास्थ्य विभाग की अधिसूचना के अनुसार,
मध्य प्रदेश की एक सरकारी प्रयोगशाला में की गई जांच में पाया गया कि
एक प्रतिबंधित कफ सिरप में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) की मात्रा निर्धारित सीमा से अधिक है।

यह रसायन अत्यंत हानिकारक और विषैला है,
जो बच्चों के गुर्दे और तंत्रिका तंत्र पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है।

इस रिपोर्ट को आधार बनाकर झारखंड सरकार ने
इन ब्रांडों की खरीद-बिक्री और वितरण पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है।

रांची जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में

रांची में बच्चों के स्वास्थ्य पर संभावित खतरे को देखते हुए
जिला प्रशासन ने भी सतर्कता बढ़ा दी है।

रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने
सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि जिले में
बिना डॉक्टर के पर्चे के कोई भी कफ सिरप नहीं बेचा जाए।

उन्होंने सभी मेडिकल स्टोर्स और फार्मासिस्टों को चेतावनी दी कि
यदि किसी स्टोर में प्रतिबंधित सिरप की बिक्री पाई गई,
तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

जनता से अपील: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें

झारखंड सरकार ने माता-पिता और नागरिकों से अपील की है कि
वे अपने बच्चों को किसी भी प्रकार का अनजान या संदिग्ध कफ सिरप न दें

यदि किसी सिरप के सेवन के बाद
उल्टी, चक्कर या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई दें,
तो तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

सरकार की प्राथमिकता: जन सुरक्षा, न कि व्यापारिक लाभ

राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि
स्वास्थ्य सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है,
और किसी भी कंपनी के दबाव या बाजार हित के आगे
जनहित से समझौता नहीं किया जाएगा।

“यह कार्रवाई जनता की जान बचाने के लिए है,
न कि किसी कंपनी को निशाना बनाने के लिए,”
— झारखंड स्वास्थ्य विभाग की आधिकारिक विज्ञप्ति

निष्कर्ष

झारखंड सरकार का यह कदम दर्शाता है कि
राज्य प्रशासन जन स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह गंभीर और जिम्मेदार है।
इन तीनों कफ सिरप — Coldreph, Repifresh और Relife — पर लगाया गया प्रतिबंध
राज्य में दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर
नई सख्ती का संकेत है।

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