कीपिंग नहीं तो पंत को न खिलाएं: शास्त्री

पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने मैनचेस्टर टेस्ट से पहले ऋषभ पंत की फिटनेस को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर पंत विकेटकीपिंग करने की स्थिति में नहीं हैं, तो उन्हें सिर्फ बल्लेबाज के रूप में प्लेइंग इलेवन में शामिल करना टीम के लिए जोखिम भरा हो सकता है।

पंत को चोट कैसे लगी?

लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान, इंग्लैंड की पहली पारी में विकेटकीपिंग करते समय पंत को हाथ में चोट लगी थी।

  • यह चोट उन्हें जसप्रीत बुमराह की एक तेज़ गेंद को पकड़ते वक्त लगी।
  • इसके बाद वे मैदान से बाहर चले गए और ध्रुव जुरेल ने उनकी जगह विकेटकीपिंग की।

चोट के बावजूद खेला, लेकिन तकलीफ साफ नजर आई

ऋषभ पंत ने अपनी चोट के बावजूद दोनों पारियों में बल्लेबाजी की:

  • पहली पारी में उन्होंने 74 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली।
  • लेकिन दूसरी पारी में, जब जोफ्रा आर्चर यॉर्कर डाल रहे थे, पंत काफी असहज नजर आए।
    वे गेंद को नीचे गिराकर खेलने की कोशिश करते दिखे, जिससे उनकी तकलीफ साफ झलक रही थी।

“बल्लेबाज के रूप में खिलाना और खतरनाक हो सकता है” – शास्त्री

रवि शास्त्री ने कहा कि यदि पंत विकेटकीपर के बजाय केवल बल्लेबाज के तौर पर फील्डिंग करेंगे, तो भी उनकी चोट बढ़ सकती है।

“अगर वह फील्डिंग करते हैं तो यह कीपिंग से भी बुरा हो सकता है।” – रवि शास्त्री, ICC रिव्यू में

गंभीर और गिल को चेतावनी

शास्त्री ने अपने बयान में टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल को चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा कि

“ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी को लेकर सावधानी बेहद ज़रूरी है। चोट के साथ खेलना करियर के लिए घातक हो सकता है।”

मैनचेस्टर टेस्ट में पंत की भूमिका क्या होगी?

टीम मैनेजमेंट की ओर से संकेत दिए गए हैं कि पंत को अगले टेस्ट में “स्पेशल रोल” दिया जा सकता है।
हालांकि शास्त्री के बयान के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या:

  • उन्हें विकेटकीपर के तौर पर मैदान में उतारा जाएगा,
    या
  • केवल बल्लेबाज के रूप में मौका मिलेगा,
    या
  • उन्हें पूरी तरह से आराम दिया जाएगा।

ऋषभ पंत टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी हैं, लेकिन फिटनेस के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
रवि शास्त्री का साफ संदेश है
अगर पंत विकेटकीपिंग के लिए फिट नहीं हैं, तो उन्हें सिर्फ बल्लेबाज बनाकर खिलाना भी गलत होगा। चोट के साथ खेलना भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

(This article is written by Shlok Devgan , Intern at News World India.)

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