गोडसे ने नहीं की गांधी की हत्या, त्रिवेंद्र के गौडसे को देशभक्त बताने वाले बयान से राज्य का सियासी पारा हाई

Trivendra Singh Rawat Statement
Trivendra Singh Rawat Statement: देश की आज़ादी के बाद से ही भारत की सियासत में अगर कोई ऐसा मुद्दा है जो चुनाव जिता भी सकता है और हरा भी सकता है तो वो है गांधी और गौडसे पर बयानबाजी और इस बार चर्चा का केंद्र बना है उत्तराखंड.
देवभूमि में गांधी-गोडसे वाली राजनीति (Trivendra Singh Rawat Statement)
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तर प्रदेश में गौडसे को देशभक्त बताया और कांग्रेस को गांधी का हत्यारा. बयान तो त्रिवेंद्र रावत ने यूपी के मुरादाबाद में दिया लेकिन घमासान उत्तराखंड में मच गया. ऐसा सियासी घमासान जो कम होने का नाम नहीं ले रहा है. अब आलम ये है कि प्रदेशभर में त्रिवेंद्र के बयान के बाद प्रदर्शन तेज़ हो गए हैं.
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र का गोडसे पर बयान.. लाया सियासी तूफ़ान
कांग्रेस त्रिवेंद्र के घर के बाहर घेराव कर रही है. जगह-जगह त्रिवेंद्र रावत के पुतले फूंके जा रहे हैं. सियासी गहमागहमी के बावजूद भी त्रिवेंद्र अपने बयान पर कायम हैं और लगातार इस बात पर अड़े हैं कि कांग्रेस ने हमेशा ही राष्ट्रपिता गांधी के विचारों की हत्या की है.
गोडसे नहीं गांधी का हत्यारा.. कांग्रेस ने रचा है खेल ये सारा !
हाल ही में त्रिवेंद्र ने खुद की सरकार में कमीशनखोरी को लेकर भी आरोप लगाया था. ऐसे में कई सवाल खड़े हो जाते हैं. त्रिवेंद्र अक्सर ऐसे बयान क्यों देते हैं जो पार्टी के लिए ही घातक साबित हो जाते हैं. क्या त्रिवेंद्र सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसी बयानबाजी करते हैं. क्या गांधी के हत्यारे गौडसे का समर्थन बीजेपी करती है. क्या देश की आज़ादी में अहम रोल निभाने वाले राष्ट्रपिता की हत्या बीजेपी और RSS की मुख्य विचारधारा है. इन सभी सवालों के जवाब लेंगे और पैनल से समझेंगे कि आखिर कब तक देश गांधी और गौडसे वाली राजनीति कर राज्य और देश को सुलगाता रहेगा.
जंगल में आग की तरह फैला त्रिवेंद्र का बयान
उत्तराखंड में नाथूराम गौडसे को देशभक्त बताए जाने वाले बयान पर सियासी घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सूरज की बढ़ती तपीश के साथ ही राज्य में राजनीति का सियासी पारा भी हाई होता जा रहा है। आलम ये है कि बयान भले ही त्रिवेंद्र ने यूपी में दिया लेकिन उनका ये बयान जंगल में लगी आग से भी तेज फेल गया पूरे देश में फैल गया।
कांग्रेस ने की है गांधी की हत्या ! (Trivendra Singh Rawat Statement)
जिसका असर राज्य की राजनीति पर पड़ रहा है। प्रदेशभर में कांग्रेस त्रिवेंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। जगह जगह त्रिवेंद्र के पूतले फूके जा रहे हैं। त्रिवेंद्र मूरदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं। प्रदेश के गरमाते सियासी माहौल के बीच त्रिवेंद्र यूपी से देहरादून की ट्रेन पकड़कर अपने आवास पहुंच गये। यहां पहुंचते ही उनके समर्थकों ने पूर्व सीएम का फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। वहीं त्रिवेंद्र ने यहां आकर भी अपने बयान पर कायम रहने की बात कही है। साथ ही उन्होंने यह कह दिया कि महात्मा गांधी के असली हत्यारे कांग्रेसी ही हैं और कांग्रेसियों ने हमेशा महात्मा गांधी के विचारों की हत्या की है।
गोडसे पर बयानबाजी से मिलेगी सत्ता ? (Trivendra Singh Rawat Statement)
वहीं त्रिवेंद्र के देवभूमि में कदम रखते ही कांग्रेस का पारा भी जून की तपती गर्मी में और बढ़ गया। नतीजा ये हुआ कि कांग्रेस ने 40 डिग्री तापमान की परवाह किए बिना त्रिवेंद्र के आवास के घेराव का कार्यक्रम बनाया। हांलाकि कांग्रेसियों को त्रिवेंद्र के घर जाने से पहले ही पुलिस ने रोक दिया। अब कांग्रेसी त्रिवेंद्र रावत के इस बयान को निंदनीय बयान बता रहे हैं।
गांधी-गोडसे पर आमने सामने बीजेपी-कांग्रेस
कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में गौडसे को देशभक्त बताए जाने पर सियासी घमासान छिड़ गया है। एक ओर जहां कांग्रेस इस मुद्दे पर भाजपा पर हमलावर है तो दूसरी ओर त्रिवेंद्र अपने इस बयान पर कायम है। इतना ही नहीं त्रिवेंद्र के अनुसार गांधी के असली हत्यारे कांग्रेसी हैं। त्रिवेंद्र के गौडसे पर दिए जा रहे एकाएक बयान ने राज्य की सियासत को गरमा दिया हैं। ऐसे में सवाल ये है कि क्या त्रिवेंद्र सुर्खियों में आने के लिए ये बयान दे रहे हैं…
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