PM मोदी ने किया उद्घाटन, भविष्य की झलक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़े टेक इवेंट इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 का भव्य उद्घाटन किया। इस बार का आयोजन केवल मोबाइल या टेलीकॉम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अब डिजिटल इनोवेशन और टेक्नोलॉजी का सबसे बड़ा मंच बन चुका है।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा —

“कई भारतीय स्टार्टअप्स ने ऐसे इनोवेशन पेश किए हैं जो दिखाते हैं कि भारत का भविष्य मजबूत और तकनीकी रूप से सक्षम हाथों में है।”

भारत की टेक्नोलॉजी यात्रा — 2G से 5G तक का सफर

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ की बात की थी, तब कुछ लोगों ने उसका मजाक उड़ाया था।
उन्होंने कहा,

“जो लोग कभी सोचते थे कि भारत टेक्नोलॉजी नहीं बना सकता, उन्हें अब देखना चाहिए — जो देश कभी 2G में फंसा था, आज लगभग हर जिले में 5G उपलब्ध है।”

मोदी ने यह भी जोड़ा कि यह बदलाव दिखाता है कि भारत अब नई तकनीकों को अपनाने और विकसित करने में किसी से पीछे नहीं है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा खुलासा — डेटा हुआ 98% सस्ता

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि पिछले 11 सालों में भारत में डेटा की कीमत 98% तक कम हो गई है।
2014 में डेटा की कीमत जहां ₹287 प्रति GB थी, वहीं अब यह घटकर सिर्फ ₹9.11 प्रति GB रह गई है।

उन्होंने कहा कि यह बदलाव डिजिटल इंडिया की सफलता की कहानी है, जिसने आम नागरिक तक इंटरनेट को सुलभ बना दिया है।

IMC 2025 का थीम — “परिवर्तन के लिए नवाचार”

इस साल इंडिया मोबाइल कांग्रेस का मुख्य विषय है — “Innovation for Transformation” (परिवर्तन के लिए नवाचार)
कार्यक्रम 8 से 11 अक्टूबर तक नई दिल्ली के यशोभूमि इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जा रहा है।

मुख्य फोकस विषय होंगे:

  • 6G टेक्नोलॉजी
  • सैटकॉम (Satellite Communication)
  • क्वांटम कम्युनिकेशन
  • साइबर सिक्योरिटी
  • क्लीन टेक्नोलॉजी और स्मार्ट मोबिलिटी

IMC 2025 में भाग लेने वाले देश और कंपनियाँ

इस बार IMC में 400 से अधिक कंपनियाँ, 7,000 से ज्यादा वैश्विक प्रतिनिधि, और 150 देशों से लगभग 1.5 लाख लोग शामिल होंगे।
भाग लेने वाले प्रमुख देश हैं — यूके, जापान, कनाडा, ऑस्ट्रिया और दक्षिण कोरिया

इससे भारत की वैश्विक तकनीकी साझेदारी (Global Tech Partnership) और भी मजबूत होगी।

सैटकॉम सेवाओं से गांवों तक पहुँचेगी कनेक्टिविटी

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि सरकार ने अब तक तीन सैटकॉम लाइसेंस जारी किए हैं।
सैटकॉम समिट में चर्चा होगी कि उपग्रह आधारित संचार सेवाएँ कैसे ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों तक इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुँचा सकती हैं।

सिंधिया ने कहा —

“भारत का लक्ष्य केवल तेज इंटरनेट देना नहीं, बल्कि डेटा सुरक्षा और डिजिटल विश्वास को भी सुनिश्चित करना है।”

निष्कर्ष

इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 भारत के तकनीकी भविष्य की झलक है। यह सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि भारत के डिजिटल आत्मनिर्भरता (Digital Self-Reliance) की दिशा में बढ़ते कदमों का प्रतीक है।

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