संसद, सेंगोल, सुप्रीम कोर्ट और 9 साल पर 9 सवाल की कहानी

New Parliament Inaugration Controversy: नया संसद भवन बनकर तैयार है. भव्य और दिव्य संसद देश को जल्द ही मिलने वाला है. 28 मई को नई संसद का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. भव्य रूप से तैयार इस महल रुपी संसद की चर्चाएं पिछले कई दिनों से गर्दिश कर रहे हैं. अगर भारत कोहाईटेक संसद मिल रही है तो इस संसद पर जारी बवाल भी हाईलेवल का है.
संसद से सेंगोल तक हंगामा है बरपा New Parliament Inaugration Controversy
विपक्ष लगातार नई संसद के उद्घाटन का विरोध कर रहा है. विरोध करने वाले दलों में अब कुल 21 दल शामिल हैं. वहीं भाजपा सहित 24 दल इस बिग उदघाटन का समर्थन भी कर रहे हैं. हंगामा सेंगोल पर भी बरपा है क्योंकि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने इस सेंगोल को बोगस करार दिया है. तो वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने इसे हिन्दू परंपरा का अपमान बताया है.
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कांग्रेस ने दागे 9 सवाल..मचा बवाल
भारत की राजनीति में इस वक्त तीन सवाल सबसे अहम हैं संसद, सेंगोल और बीजेपी के कार्यकाल के 9 साल जिनपर कांग्रेस ने 9 सवाल दागे हैं. कांग्रेस ने गिरती अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, महंगाई और किसानों जैसे मुद्दों पर सवाल उठाए हैं. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वादा न पूरा कर देश की जनता के साथ विश्वासघात का आरोप भी लगाया है.
कांग्रेस मनाए माफी दिवस, बीजेपी करेगी जन संपर्क
इतना ही नहीं 26 मई के दिन को माफी दिवस के रूप में मनाए जाने की बात कही है. लेकिन सबकुछ कांग्रेस पर भी नहीं ठहर सकता है. बीजेपी अपने 9 सालों के कार्यकाल के दौरान हुए विकास कार्यों को लेकर आने वाले अगले एक महीने में जन संपर्क करेगी. पीएम भी 30 और 31 मई को रैली करेंगे.
सुप्रीम कोर्ट की याचिकाकर्ता को फटकार (New Parliament Inaugration Controversy)
आज का दिन नई संसद के उद्घाटन पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई को लेकर भी ख़ास रहा. इस संदर्भ में दाखिल की गई याचिका को खारिज कर दिया गया.
सुप्रीम कोर्ट ने इस पीआईएल पर सुनवाई से इनकार करते हुए याचिकाकर्ता (New Parliament Controversy) को फटकार भी लगाई. सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने पीआईएल दाखिल करने वाले वकील से कहा कि हम जानते हैं ये याचिका क्यों दाखिल हुई है. ऐसी याचिकाओं को देखना सुप्रीम कोर्ट का काम नहीं है. लेकिन संसद, सेंगोल, सत्ता के 9 सालों और सवालों और उन पर बवाल की कहानी का कहीं न कहीं जवाब एक ही है..राजनीतिक पार्टियां समझें न समझें लेकिन ये पब्लिक है जो सब जानती है..क्योंकि ये सवाल और बवाल 2024 का है
21 विपक्षी दलों ने किया बायकॉट (New Parliament Inaugration Controversy)
कांग्रेस
डीएमके (द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम)
AAP
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट)
समाजवादी पार्टी
भाकपा
झामुमो
केरल कांग्रेस (मणि)
विदुथलाई चिरुथिगल कच्ची
रालोद
टीएमसी
जदयू
एनसीपी
सीपीआई (एम)
आरजेडी
AIMIM
AIUDF
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग
नेशनल कॉन्फ्रेंस
रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी
एमडीएमके
मोदी सरकार के समर्थन में आए 7 गैर NDA दल
बसपा
शिरोमणि अकाली दल
लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास)
वाईएसआर कांग्रेस
बीजद
तेलुगू देशम पार्टी
जनता दल (एस)
कांग्रेस के 9 सवाल
अर्थव्यवस्था
महंगाई, बेरोज़गारी,विषमता क्यों बढ़ रही है?
किसान
किसानों की आय दोगुनी,एमएसपी गारंटी क्यों नहीं?
भ्रष्टाचार
LIC और SBI का पैसा दांव पर, अदाणी पर चुप्पी क्यों?
राष्ट्रीय सुरक्षा
चीन हमारी ज़मीन पर क़ब्जा कर क्यों बैठा है?
सद्भाव
चुनावी फायदे के लिए बंटवारे की राजनीति क्यों?
न्याय
दलित, अल्पसंख्यक,महिला अत्याचार पर चुप्पी क्यों?
लोकतंत्र
विरोध दलों पर बदले की भावना से कार्रवाई क्यों?
जनकल्याण
मनरेगा जैसी योजना का बजट कटौती क्यों?
कोरोना
40 लाख मरने वालों के परिवारों को मुआवज़ा क्यों नहीं?
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