10 years of Kedarnath Tragedy: केदारनाथ पर राजनीति
Kedarnath Tragedy: 16 जून 2013 को केदारनाथ में आई आपदा जिसने पूरे देश को दहला कर रख दिया था. उस काली रात के जख्म आज भी हरे हैं. उस आपदा को याद कर हर किसी के रौंगटे खड़े हो जाते हैं. वो मंज़र जिसने एक ही रात में सबकुछ बदल कर रख दिया था. सैंकड़ो लोगों ने अपनो को खोया था. हज़ारो परिवारों ने अपना आशियाना खोया था.
10 साल पहले.. केदारनाथ की वो काली रात !
आपदा को पूरा एक दशक बीत चुका है. तब से अब तक काफी कुछ केदारनाथ में बना और बदला है. 2013 से लेकर 2023 तक केदारनाथ को फिर से पुनर निर्मित करने का काम राज्य सरकारों ने किया. लेकिन राज्य की दो अहम पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस केदारनाथ के नाम पर राजनीति करती हुई नजर आ रही हैं.
केदारनाथ पर बीजेपी कांग्रेस आमने सामने (Kedarnath Tragedy)
जहां एक तरफ़ कांग्रेस का कहना है कि केदारनाथ को बचाने में कांग्रेस का बड़ा हाथ है तो वहीं बीजेपी इसे पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट बता रही है.. दोनों ही पार्टियां अपने अपने कामों को भूनाकर आगे की राह आसान करना चाहती है. क्योंकि कुछ ही महिनों में 24 का चुनाव है ऐसे में हरेक पार्टी की यही कोशिश है कि कैसे पुरानी आपदा को नए अवसर में बदला जाए. दोनों ही पार्टियां केदारनाथ को फिर से बनाने का क्रैडिट ले रही है.
2024 से पहले की केदारनाथ वाली राजनीति
16 जून 2013 की वो काली रात जब उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में एक भीषण आपदा आई थी. वो आपदा जिसने हजारों परिवारों को बेघर कर दिया. वो आपदा जिसने प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी तक हिला दी थी. वह आपदा जिसके जख्म आज भी नहीं भरे हैं. लेकिन राज्य में आपदा के बाद हुए पुनर्निर्माण कार्य को लेकर उत्तराखंड में राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए नजर आते हैं.
आपदा को एक दशक से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन आज भी उत्तराखंड के राजनीतिक दल इस मुद्दे को लेकर राजनीति करना नहीं छोड़ रहे.
बीजेपी ने बताया पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट (Kedarnath Tragedy)
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि यह एक दैवीय आपदा थी लेकिन इस आपदा से बाहर निकालने के लिए पीएम मोदी ने इस पर खास ध्यान दिया और इसे अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बनाकर एक बार फिर केदार वैली को बसाने का काम किया है.
कांग्रेस के किए हुए कामों पर बीजेपी का प्रचार प्रसार !
तो वहीं कांग्रेस का कहना है कि केदरनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्य को हरीश रावत सरकार ने किया और जिस व्यक्ति ने केदारनाथ धाम के कामों में घोटाला किया था.. उसी नेता को बीजेपी ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया और आज बीजेपी कांग्रेस के किए हुए कामों को अपना बता कर प्रचार प्रसार कर रही है..