सरकार ने दिया किसानों को न्योता, कृषि मंत्री से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल
Farmers Protest: साल भर पहले किसान आंदोलन खत्म कर चुके पंजाब हरियाणा के किसानों को केंद्र सरकार ने उनकी मांगों पर बातचीत के लिए बुलाया है. किसानों का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाक़ात करेगा.
किसानों ने आज दिल्ली के रामलीला मैदान पर महापंचायत बुलाई है.
संयुक्त किसान मोर्चा के अविक साहा ने जानकारी दी कि किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज़ करेंगे लेकिन ये सरकार के रुख पर निर्भर करेगा.
उन्होंने कहा, “न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर सरकार ने जो आश्वासन दिया था, अब तक उसका ढांचा तैयार करने का काम नहीं हुआ है.”
किसान नेता राकेश टिकैत ने बीबीसी चैनल से बातचीत में कहा कि कुछ सीनियर नेता मामले को सुलझने नहीं दे रहे हैं.
इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि, “किसानों के हितों को कुछ वरिष्ठ नेताओं की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं से नुक़सान हो रहा है.”
किसानों ने तीन कृषि क़ानूनों के खिलाफ़ एक साल से भी ज्यादा लम्बे समय तक आंदोलन (Farmers Protest) किया था. बाद में सरकार ने नवम्बर 2021 में माफी मांगते हुए क़ानून वापस ले लिया था.
किसानों ने सरकार के भरोसा दिलाने पर 11 नदिसंबर 2021 को अपना आंदोलन खत्म कर वापस लौट गए थे. लेकिन साथ ही ये एलान भी किया था कि अगर सरकार ने न्यूनतम मूल्य पर मसौद तैयार नहीं होने पर वापस आंदोलन करने की चेतावनी भी दी थी.
सरकार ने प्रदर्शन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने और एमएसपी की गारंटी सहित उनकी लंबित मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया था.
किसान अब पेंशन देने, कर्ज़ माफ़ी, किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को मुआवज़ा देने और बिजली विधेयक वापस लेने की मांग कर रहे हैं.