Ajit Pawar vs Sharad Pawar: चाचा करते रहे दावेदारी, भतीजा पड़ा भारी?

DESH KI BAAT
Ajit Pawar vs Sharad Pawar: पल- पल बदलते मौसम की तरह महाराष्ट्र में इस वक्त सियासी बवंडर आया हुआ है. सियासी महारथी कहे जाने वाले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को उनके भतीजे ने ही धोबी पछार दे दी है. वो भी ऐसे की शायद शऱद पवार को सोचने का समय भी नहीं मिला शरद पवार बुधवार को नंबर गेम में भतीजे से हार गए। अजित पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर शरद पवार के स्टाइल से ही कब्जा कर लिया।
कहावत है कि “इतिहास हमेशा दोहराता है“
Ajit Pawar vs Sharad Pawar: 1978 में शरद पवार ने जिस तरह विधायकों को तोड़कर वसंत दादा पाटिल की सरकार गिराई थी, उसी तरह अजित पवार नंबर गेम में शरद पवार पर भारी पड़े। जब वहां 32 विधायकों की मौजूदगी तय हो गई तो अजित पवार ने पार्टी के मुखिया के अंदाज में भाषण भी दिया। अपने संबोधन में अजित पवार ने चाचा शरद पवार को अपना गुरु भी बताया। उन्होंने कहा कि शरद पवार की छत्रछाया में ही उन्होंने काम करना सीखा है। अपने फैसले को उन्होंने महाराष्ट्र के हित में बताया। कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच अपनी बात रखते हुए अजित पवार का दर्द भी साफ झलक गया। उन्होंने चाचा शरद पवार पर तीखे हमले किए। एमईटी कॉलेज में जहां अजित पवार ने बागियों की मीटिंग की, वहां शरद पवार की तस्वीरें लगी थीं। मंच पर शरद पवार के लिए कुर्सी भी लगाई गई।
अजित पवार का शरद पवार पर हमला
Ajit Pawar vs Sharad Pawar: अजित पवार ने एमईटी कॉलेज की मीटिंग में कहा कि कहीं रिटायरमेंट की उम्र 60 साल है तो बीजेपी में 75 साल है। 83 साल गए हो गए हैं शरद पवार, रिटायर क्यों नहीं होते। पावर साहेब को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए. वहीं सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी अजित पवार पर पलटवार करते हुए कहा की प्रिया ने पलटवार करते हुए कहा कुछ लोग कह रहे हैं कि शरद पवार बूढ़े हो गए हैं इसलिए उनको सिर्फ आशीर्वाद देना चाहिए फारुक अब्दुल्ला शरद पवार से तीन साल और रतन टाटा चार साल बड़े हैं।
हमारा अपमान करें, लेकिन हमारे पिता का नहीं
Ajit Pawar vs Sharad Pawar: फ़ारुक अब्दुल्ला ने कहा शरद से कहा कि लड़ाई लड़ें। पार्टी अध्यक्ष पद पर सुप्रिया सूले की नियुक्ति पर अजित पवार ने कहा कि हम किसी के पेट से जन्म नहीं लिए तो हमारी क्या गलती। इसका जवाब देते हुए कि सुप्रिया ने भाई को चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा कि अजित भले ही उन्हें निशाना बनाएं मगर उनके पिता (शरद पवार) को नहीं। वहीं खुद शरद पवार ने भी कहा की अजित पवार ने उनको धोखा दिया है. अजित पवार को मुझसे चर्चा करनी चाहिए थी. अजित पवार खोटा सिक्का निकला. साथ ही उनहोंने कहा की मैं घड़ी किसी के पास नहीं जाने दूंगा…ऐसे में सवाल ये उठता है की चाचा भतीजे की ये लड़ाई का आखिर क्या अंजाम होने वाला है. और इस लड़ाई का क्या सीधा असर 2024 के लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा.
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