अमित शाह के जवाब और राहुल गांधी के आरोप

लोकसभा में चुनाव सुधारों पर हुई बहस के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग, वोट चोरी और CCTV फुटेज को लेकर सरकार पर तीन बड़े सवाल उठाए। इसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर सीधा हमला बोला और कहा कि कांग्रेस पिछले चार महीनों से देश को भ्रमित कर रही है।

राहुल गांधी के आरोप — तीन बड़े सवाल

राहुल गांधी ने बहस के दौरान तीन मुख्य मुद्दे उठाए—

  1. चुनाव आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया
  2. वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और वोट चोरी का आरोप
  3. CCTV फुटेज हटाने का सवाल

इसके बाद सदन में अमित शाह ने एक-एक कर इन सभी आरोपों का जवाब दिया।

अमित शाह का पलटवार: “चार महीने से झूठ फैलाया जा रहा है”

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्ष ने SIR (Special Intensive Revision) को लेकर झूठ परोसकर जनता को गुमराह किया है।

मुख्य बातें जो अमित शाह ने सदन में कहीं—

1. वोटर लिस्ट शुद्धिकरण ज़रूरी

शाह बोले:

“घुसपैठियों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार नहीं दिया जा सकता। इसलिए वोटर लिस्ट को शुद्ध करना ज़रूरी है।”

उन्होंने कहा कि SIR एक संवैधानिक प्रक्रिया है और इसे लेकर विपक्ष अनावश्यक विवाद खड़ा कर रहा है।

2. कांग्रेस की हार की वजह EVM नहीं, नेतृत्व है

अमित शाह के मुताबिक:

“कांग्रेस की हार का कारण EVM या वोट चोरी नहीं है, समस्या कांग्रेस के नेतृत्व में है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस लंबे समय से EVM पर सवाल उठाती रही है, लेकिन चुनाव सुधारों पर चुनाव आयोग को एक भी सुझाव नहीं दिया।

3. “वोट चोरी का सबसे बड़ा इतिहास कांग्रेस के पास है”

शाह ने तीन ऐतिहासिक उदाहरण गिनाए:

  • नेहरू PM बने, जबकि सरदार पटेल को ज्यादा वोट मिले
  • इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द—जिसे बाद में उलट दिया गया
  • सोनिया गांधी भारत की नागरिकता मिलने से पहले ही मतदाता सूची में शामिल हुईं (एक याचिका के अनुसार)

4. कांग्रेस ने आज पहली बार ‘घुसपैठियों’ के मुद्दे पर सदन छोड़ा

शाह ने कहा:

“कांग्रेस ने नेहरू, इंदिरा, राजीव या सोनिया पर बोलने से सदन का बायकॉट नहीं किया, लेकिन घुसपैठियों पर बोलते ही सदन छोड़ दिया।”

विपक्ष के वॉकआउट को लेकर गृह मंत्री ने कड़ी टिप्पणी की।

5. मोदी सरकार ने विपक्ष को चुनाव कमिश्नर नियुक्ति में जगह दी

शाह बोले:

“कांग्रेस के राज में चुनाव कमिश्नरों की नियुक्ति सिर्फ PM करते थे। मोदी सरकार ने नेता विपक्ष को शामिल किया है।”

6. भाजपा की घुसपैठ नीति: “पता लगाओ, हटाओ और निर्वासित करो”

उन्होंने कहा कि BJP की नीति स्पष्ट है:

  • घुसपैठियों का पता लगाओ
  • उन्हें हटाओ
  • देश से बाहर करो

वहीं विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे घुसपैठियों को वोटर लिस्ट में शामिल कराना चाहते हैं।

7. SIR से विपक्ष को नुकसान हुआ — इसलिए घबरा रहा है

शाह के अनुसार:

“जब विपक्ष जीतता है तो वोटर लिस्ट सही होती है, और जब हारता है तो लिस्ट गलत हो जाती है। यही उनका दोहरा रवैया है।”

8. BJP बंगाल में भी जीतेगी

उन्होंने TMC पर आरोप लगाया कि वह घुसपैठियों को बचा रही है और दावा किया कि बंगाल में भी BJP की सरकार तय है।

9. इंडिया गठबंधन पर हिंदू अधिकारों का विरोध करने का आरोप

शाह ने कहा कि जिस जज ने तमिलनाडु में हिंदुओं को पूजा का अधिकार दिया, उसके खिलाफ इंडिया गठबंधन ने इम्पीचमेंट लाया।

“देश उन्हें माफ नहीं करेगा।”

निष्कर्ष: बहस टकरावपूर्ण, बयान तीखे, लेकिन प्रक्रिया संवैधानिक

लोकसभा में वोटर लिस्ट, EVM, SIR और घुसपैठ जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बहस बेहद आरोप-प्रत्यारोप से भरी रही।
अमित शाह ने साफ कहा कि—

  • SIR संवैधानिक प्रक्रिया है
  • घुसपैठियों को वोट देने नहीं दिया जाएगा
  • कांग्रेस ने चार महीने देश को गुमराह किया
  • मोदी सरकार वोटर लिस्ट सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है
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