भारी बारिश से देश में तबाही, यमुना ने लिया रौद्र रूप

हाल ही में भारी बारिश ने पूरे देश में कहर बरपा रखा है।
पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्य बाढ़ की चपेट में हैं।
इन राज्यों के कई जिले पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं। नदियां उफान पर हैं और यमुना नदी भी रौद्र रूप धारण कर चुकी है।
वृंदावन के कई इलाकों में पानी भर गया है।
यहाँ तक कि परिक्रमा मार्ग पर पहले गाड़ियां चलती थीं, अब नावें चल रही हैं।

प्रेमानंद महाराज का विशेष अभियान

पिछले 8 दिनों से यमुना का रौद्र रूप लगातार लोगों की जिंदगी कठिन बना रहा है।
ऐसे में प्रेमानंद महाराज नाव पर सवार होकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने वृंदावन पहुंचे।
उन्होंने अपने आश्रम ‘श्री हित राधा कुंज’ से रवाना होकर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अभियान शुरू किया।
उनके साथ उनके शिष्य भी मौजूद थे।
एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें प्रेमानंद महाराज शिष्यों के साथ नाव में बैठकर यमुना का निरीक्षण करते नजर आ रहे हैं।

बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित

प्रेमानंद महाराज ने लगभग 2 घंटे तक यमुना का भ्रमण किया और बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित की।
उन्होंने कहा –
“वृंदावन के लोग भगवान कृष्ण के अनन्य भक्त हैं। उन्हें भगवान के भक्तों को परेशान नहीं करना चाहिए।”

उन्होंने विभिन्न इलाकों में जाकर बाढ़ से हुई तबाही का खुद निरीक्षण किया।
भावुक होकर उन्होंने कहा –
“यमुना, तुमने यह क्या कर दिया?”

प्रेमानंद महाराज का संदेश

प्रेमानंद महाराज ने बाढ़ पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा –
“इस समय हमारे देश में विपत्ति चल रही है। कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति है।
वृंदावन में हजारों लोग भूखे हैं, न पानी है, न बिजली। सब कुछ कट गया है।
ऐसे समय में हम सभी को एकजुट होकर मदद करनी चाहिए, जैसे ईश्वर ने हमें दिया है।”

उन्होंने आगे कहा –
“बाढ़ पीड़ितों तक नाव के माध्यम से भोजन के पैकेट पहुंचाए जाएं।
अगर आप सक्षम हैं, तो जरूर लोगों की मदद करें।
मानव जीवन तभी सार्थक है, जब हम अपने माध्यम से किसी का कल्याण कर सकें।”

संतों का मानवता से जोड़ता संदेश

प्रेमानंद महाराज और उनके शिष्य इस मुश्किल समय में
नाव से घूम-घूम कर
लोगों तक

  • भोजन
  • पानी
  • राहत सामग्री
    पहुंचा रहे हैं।

यह मानवता की सबसे बड़ी मिसाल बन चुकी है।

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