सनातन धर्म की रक्षा के लिए देवकीनंदन ठाकुर की पहल

देश में सनातन धर्म की शिक्षा, परंपराओं और संस्कारों को सुरक्षित रखने के लिए देवकीनंदन ठाकुर लंबे समय से ‘सनातन बोर्ड’ बनाने की मांग कर रहे हैं। अब यह आवाज सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में बसे भारतीयों के बीच भी जोर पकड़ रही है।
भक्तों और प्रवासी भारतीयों दोनों से ठाकुर जी को अपार समर्थन मिल रहा है।

न्यू जर्सी दौरे पर देवकीनंदन ठाकुर

इन दिनों ठाकुर जी अमेरिका के न्यू जर्सी दौरे पर हैं।

  • वे देश-विदेश में यात्राएं कर रहे हैं।
  • हर जगह सनातन धर्म के महत्व और इसकी शिक्षा को समझा रहे हैं।
  • उन्होंने बताया कि सनातन बोर्ड का उद्देश्य धर्म और संस्कृति की सही व्याख्या करना और इसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाना है।

दुर्गा टेंपल में भारी जनसमूह

न्यू जर्सी के दुर्गा टेंपल में ठाकुर जी ने श्रद्धालुओं से पूछा –
“क्या सनातन बोर्ड बनना चाहिए?”
सभी ने जोरदार समर्थन किया।

  • मंदिर में इतनी भीड़ थी कि पैरों रखने तक की जगह नहीं बची।
  • पूरे पंडाल में भक्तों का जनसैलाब देखने योग्य था।

सनातन बोर्ड क्यों जरूरी है?

सनातन बोर्ड बनाने की मांग का मुख्य उद्देश्य है:

  • सनातन धर्म के सिद्धांत, ग्रंथ और परंपराओं को सही तरीके से समाज तक पहुँचाना।
  • बच्चों और युवाओं को धर्म व संस्कृति की शिक्षा देना।
  • आने वाली पीढ़ियों को भारतीय संस्कृति और जड़ों से जोड़कर रखना।

विदेशों से भी समर्थन

न्यू जर्सी में दिखाई दी भारी भीड़ और भक्तों का उत्साह यह साबित करता है कि सनातन बोर्ड की जरूरत भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी गहराई से महसूस की जा रही है।

आगे की योजना

देवकीनंदन ठाकुर लगातार देश और विदेश में यात्राएं कर रहे हैं।
वे लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि सनातन धर्म की रक्षा और प्रसार के लिए यह बोर्ड बनना बेहद जरूरी है।
आने वाले समय में देखना होगा कि यह मांग समाज में कितनी तेजी से गूंजती है।

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