सेंसैशनल शामी: लाला, उस अप्रतिरोध्य विकेट-टेकर

 

1. परिचय

मोहम्‍मद शामी (जन्म: 3 सितंबर 1990) भारतीय टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज हैं। रेड–बॉल, सफेद गेंद और IPL सभी में उनका योगदान अद्वितीय है। बंगाल और मोहून बागान के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं और IPL में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम का हिस्सा हैं।
उनकी गेंदबाज़ी की खासियत है सीम और स्विंग—खासकर ओल्ड बॉल पर रिवर्स स्विंग। डेथ ओवर में उनकी गेंदबाज़ी अक्सर “अनप्लेएबल” मानी जाती है।
2023 ICC वर्ल्ड कप में उन्होंने 7 मैचों में 24 विकेट लिए, तीन 5-विकेट की पारी बोली और 50 वर्ल्ड कप विकेट्स का रिकॉर्ड बनाया। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमिफाइनल में उनका 7/57 का रिकॉर्ड ODI में भारतीय गेंदबाज़ के लिए सर्वश्रेष्ठ है।
2024 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके बाद 2025 के ICC चैम्पियंस ट्रॉफी की विजेता टीम में भी उनका योगदान रहा।

2. प्रारंभिक जीवन और बुलंदी की ओर कदम

उत्त्र प्रदेश के अमरोहा जिले के साहसपुर गांव में 5 भाई-बहनों में जन्मे शामी का पालन-पोषण किसान पिता साथ‍े हुआ। पैतृक प्रभाव में तेज़ गेंदबाज़ी के टैलेंट को पहचान कर उन्होंने 15 वर्ष की उम्र में मोरादाबाद में कोच सिद्दीक़ के साथ अभ्यास किया — लगभग 22 किमी रोज की यात्रा।
यू–19 टीम से चयन ना होने के बाद उन्हें कोच की सलाह पर कोलकाता भेजा गया। डालहौज़ी एथलेटिक क्लब, टाउन क्लब और मोहून बागान में शानदार प्रदर्शन के बाद बेंगल की रणजी टीम में स्थान पाकर उनके सपनों को नई ऊंचाई मिली।

3. गेंदबाज़ी में महारत

  • स्विंग की तीव्रता: सीम और रिवर्स स्विंग दोनों में कुशल
  • डेथ ओवर में फराक: सटीक कटर्स और yorkers से बल्लेबाज़ों को विपक्ष
  • बड़ी पिचों पर दबदबा: ICC टूर्नामेंट में मैच–टर्नर के रूप में छाए हुए

4. करियर की झलक

घरेलू प्रदर्शन

  • T20 और प्रथम श्रेणी में शुरुआत: अक्टूबर 2010 में T20 में 4 विकेट, और नवंबर में प्रथम श्रेणी में असम के खिलाफ 3 विकेट।
  • दुलीप ट्रॉफी 2012: चोटिल गेंदबाज़ के स्थान पर 8 विकेट लेकर East Zone को पहली जीत दिलाई।
  • इंडिया A की टीम: वेस्टइंडीज़ और न्यूजीलैंड में प्रभावित प्रदर्शन, Pujara के साथ 73 रनों की साझेदारी भी।
  • रणजी ट्रॉफी 2012–13: मध्‍य प्रदेश के खिलाफ 7/79 (हैट–ट्रिक सहित), हैदराबाद के खिलाफ 10 विकेट, कुल 28 विकेट औसत 21.25 पर—स्वप्नदर्शी प्रदर्शन।
  • 2017–18 में न का बुलावा: फिटनेस बनाए रखने हेतु कुछ घरेलू मैच खेले, लेकिन 2018–19 के बाद वापसी नहीं।

टेस्ट करियर

  • डेब्यू धमाका (2013): कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ 9 विकेट लेकर नया रिकॉर्ड बनाया।
  • दक्षिण अफ़्रीका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड में लगातार प्रदर्शन। Trent Bridge में बल्लेबाज़ी के शानदार काम—111 रनों की पार्टनरशिप.
  • 2014–15 ऑस्ट्रेलिया दौरा: सिर्फ 3 Tests में 15 विकेट, 100 Test विकेट मात्र 29 मैचों में पूरे।
  • 2018 इंग्लैंड दौरा: 5 टेस्ट, 16 विकेट।
  • WTC 2019–21: कुल 40 विकेट के साथ India के प्रमुख तिकड़ी सीमर।
  • WTC 2021–23: इंग्लैंड दौरे में 11 विकेट + 56* रन; दक्षिण अफ़्रीका दौरे में 5/44 लेकर 200 Test विकेट पूरे — कप्तान कोहली द्वारा ‘विश्व के शीर्ष 3 सीमरों’ में शुमार।

ODI करियर

  • 2025 चैम्पियंस ट्रॉफी में वापसी: 5/53 बनाते हुए मात्र 104वें मैच में fastest भारतीय गेंदबाज़ बने 200 ODI विकेट्स लेने वाले, और ग्लोबल रैंकिंग में दूसरे स्थान पर।

 मुख्य उपलब्धियाँ:

  • 2015 वर्ल्ड कप: 17 विकेट + हैट–ट्रिक
  • 2019 वर्ल्ड कप: मात्र 4 मैच में 14 विकेट + नई भारतीय रिकॉर्ड
  • 2023 वर्ल्ड कप: 24 विकेट, सेमी–फाइनल में 7/57
  • 2025 चैम्पियंस ट्रॉफी: 200 विकेट पूरे

T20I करियर

  • 2014 T20WC में पदार्पण: पाकिस्तान के खिलाफ 1/31; अगली दो मैचों में मिला मौका, फिर टीम से बाहर।
  • इंग्लैंड दौरे में 3/38।
  • 2021 T20WC: आईपीएल में डैथ ओवर प्रदर्शन के बाद टीम में शामिल; अफ़ग़ानिस्तान और स्कॉटलैंड के खिलाफ 3–3 विकेट लेकर वापसी।
  • 2022 T20WC: बुमराह की जगह टीम में, और टूर्नामेंट में 6 विकेट हासिल।

5. संख्याओं में शामी (2025 मध्य तक)

प्रारूपमैचविकेट्सऔसतसर्वश्रेष्ठपांच विकेट
Test6422927.76/566
ODI10820624.07/576
T20I252728.23/150
IPL11012726.94/112

6. हालिया टूर्नामेंट और रिकॉर्ड

  • 2023 वर्ल्ड कप: 24 विकेट, सबसे तेज़ 50 वर्ल्ड कप विकेट्स, सेमिफाइनल में 7/57
  • 2025 चैम्पियंस ट्रॉफी: 5/53, fastest भारतीय 200 ODI विकेट्स, डेब्यू में टीम का नायक
  • IPL 2023: गुजरात टाइटंस के लिए पर्पल कैप (28 विकेट)

7. पुरस्कार

  • अर्जुन पुरस्कार (9 जनवरी 2024): राष्ट्रपति से प्राप्त—भारत का दूसरा सर्वोच्च खेल सम्मान

8. अंतिम टिप्पणी

मोहम्‍मद शामी अब भी भारत के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण के स्तंभ हैं—उनकी गति, अनुभव और दबाव में प्रदर्शन उन्हें खास बनाते हैं। चाहे चोट हो, IPL की अस्थिरता हो या व्यक्तिगत चुनौतियाँ, “लाला” हमेशा वापसी करके बोलते हैं। 34 वर्ष की उम्र में टेस्ट, ODI और ICC ईवेंट्स—भविष्य में शामी की गेंदबाज़ी से भारत को हमेशा उम्मीद बनी रहेगी।

(This article is written by Priyanshu Mathur, Intern at News World India.)

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