सुशांत सिंह राजपूत की बहन दिव्या गौतम मैदान में

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां अब अपने अंतिम चरण में हैं।
राज्य की सियासत में इन दिनों सबसे चर्चित नाम है — दिव्या गौतम, जो दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बहन हैं।

दिव्या गौतम ने औपचारिक रूप से राजनीति में कदम रखते हुए सीपीआई (माले) के टिकट पर पटना की दीघा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
उनकी इस एंट्री ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है और दीघा सीट पर मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।

महागठबंधन से पहले ही उम्मीदवारों का ऐलान

महागठबंधन (RJD, कांग्रेस, वाम दल आदि) ने अब तक सीटों का औपचारिक बंटवारा नहीं किया है,
लेकिन सहयोगी दलों ने अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।

सीपीआई (माले) के प्रमुख उम्मीदवारों की सूची:

विधानसभा सीटउम्मीदवार का नाम
दीघा (पटना)दिव्या गौतम
घोषीरामबली सिंह
तरारीमदन सिंह चंद्रवंशी
आराक्यामुद्दीन अंसारी
पालीगंजसंदीप सौरभ
अगियांव (सुरक्षित)शिवप्रकाश रंजन

सीपीआई (माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी कम से कम 18 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने बताया कि नामांकन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू होगी,
भले ही महागठबंधन ने अभी औपचारिक घोषणा न की हो।

भाकपा (CPI) ने भी घोषित किए अपने उम्मीदवार

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने भी अपनी छह सीटों के उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं।

विधानसभा सीटउम्मीदवार का नाम
तेघड़ारामरतन सिंह
बखरीसूर्यकांत पासवान
बांकासंजय कुमार यादव (पूर्व विधान पार्षद)
बछवाड़ाअवधेश कुमार राय (पूर्व सांसद एवं विधायक)
झंझारपुररामनारायण यादव
हरलाखीराकेश कुमार पाण्डेय

इसके अलावा, भाकपा ने गोह, बेलदौर और केसरिया सीटों पर भी चुनाव लड़ने की मांग की है।

दिव्या गौतम की एंट्री से पटना की राजनीति में हलचल

दिव्या गौतम का दीघा से चुनाव लड़ने का निर्णय पटना की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है।
बॉलीवुड से जुड़ी होने के कारण उनकी लोकप्रियता पहले से ही अधिक है,
और अब राजनीति में उतरने से वे महागठबंधन की एक मजबूत उम्मीदवार मानी जा रही हैं।

उनके नामांकन के बाद दीघा सीट पर मुकाबला और भी रोमांचक हो गया है।
जनता के बीच चर्चा है कि दिव्या की एंट्री से नई ऊर्जा और उत्साह देखने को मिलेगा

गठबंधन की रणनीति और सीटों का समीकरण

महागठबंधन के भीतर सीटों का बंटवारा अभी जारी है।
फिर भी, सीपीआई (माले) और भाकपा जैसे वाम दलों ने अपने उम्मीदवार घोषित कर यह साफ कर दिया है
कि वे चुनावी तैयारी में किसी तरह की देरी नहीं चाहते।

राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, इस बार महागठबंधन बनाम एनडीए के बीच मुकाबला बेहद कड़ा रहेगा।
दोनों ही गठबंधन नए चेहरों और रणनीतियों के साथ मैदान में उतर रहे हैं

क्या बदलेंगे दीघा के चुनावी समीकरण?

दीघा सीट अब राजनीतिक रूप से सबसे हॉट सीटों में शामिल हो गई है।
दिव्या गौतम की एंट्री से जहां महागठबंधन को मजबूती मिलेगी,
वहीं अन्य दलों को अपनी रणनीति पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है।

स्थानीय विश्लेषकों का कहना है कि दिव्या की छवि और सुशांत सिंह राजपूत के प्रति जनता की भावनाएं
चुनाव के परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं।

बिहार चुनाव 2025 — अब मुकाबला होगा और दिलचस्प

जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आ रहे हैं,
राज्य की सियासत हर दिन नए मोड़ ले रही है।

महागठबंधन और एनडीए दोनों ही ओर से नई रणनीतियां और नए चेहरे पेश किए जा रहे हैं।
दिव्या गौतम का राजनीति में उतरना इस चुनाव को और भी रोमांचक और चर्चा योग्य बना रहा है।

मुख्य बिंदु एक नजर में

बिंदुविवरण
चुनावबिहार विधानसभा चुनाव 2025
प्रमुख उम्मीदवारदिव्या गौतम (सुशांत सिंह राजपूत की बहन)
पार्टीसीपीआई (माले)
सीटपटना की दीघा
महागठबंधन की स्थितिऔपचारिक सीट बंटवारा बाकी
राजनीतिक असरदीघा सीट पर समीकरण बदलने की संभावना

निष्कर्ष

दिव्या गौतम की राजनीति में एंट्री ने बिहार चुनाव 2025 में एक नया मोड़ ला दिया है।
जहां एक ओर यह कदम महागठबंधन के लिए नई ताकत साबित हो सकता है,
वहीं दूसरी ओर एनडीए के लिए यह एक नई चुनौती होगी।

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