रूस में बड़ा विमान हादसा

रूस के सुदूर पूर्वी इलाके अमूर क्षेत्र में गुरुवार को एक भयानक विमान हादसा हुआ।
अंगारा एयरलाइंस का यह प्लेन ब्लागोवोशचेंस्क से टिंडा जा रहा था।
यह इलाका चीन की सीमा के पास है और चारों तरफ घने जंगल हैं।

उड़ान के दौरान प्लेन रडार से गायब

जब प्लेन लैंडिंग के पास पहुंचा, तभी वह अचानक रडार से गायब हो गया।
कुछ देर बाद उसका मलबा जंगल में पड़ा मिला

सभी 43 लोगों की मौके पर मौत

प्लेन में कुल 43 लोग सवार थे —

  • 5 बच्चे
  • 6 क्रू मेंबर

किसी की भी जान नहीं बचाई जा सकी।
सभी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

वीडियो में दिखा भयानक मंजर

एक चश्मदीद ने इस हादसे का वीडियो रिकॉर्ड किया।
वीडियो में दिखा कि प्लेन नीचे गिर रहा था और फिर आग की लपटों में घिर गया
लोगों ने यह नज़ारा देखकर सन्नाटा ओढ़ लिया

रेस्क्यू टीम पहुंची, लेकिन बहुत देर हो चुकी थी

जैसे ही हादसे की खबर मिली, रेस्क्यू टीमें तुरंत रवाना हुईं।
लेकिन घना जंगल और तेज आग की वजह से
कोई भी यात्री बचाया नहीं जा सका
सभी शव बुरी तरह जले हुए मिले।

बेहद पुराना था यह विमान

यह विमान 1976 में बना था — यानी करीब 50 साल पुराना
अब तक इसे रिटायर कर देना चाहिए था, लेकिन फिर भी यह इस्तेमाल हो रहा था।

इसे “फ्लाइंग ट्रैक्टर” कहा जाता है, क्योंकि ये कठिन इलाकों में भी उड़ सकता है।
लेकिन इस बार, यही ताकत जानलेवा साबित हुई।

हादसे की जांच शुरू, कई सवाल खड़े

सरकार और एविएशन विभाग ने जांच शुरू कर दी है
संभावित कारण:

  • तकनीकी खराबी
  • खराब मौसम
  • विमान की उम्र

अब लोग पूछ रहे हैं –
क्या इतने पुराने प्लेन को उड़ाना सही था?
क्या यह हादसा टाला जा सकता था?

पूरे देश में शोक की लहर

इस हादसे ने पूरे रूस को गहरे शोक में डुबो दिया
सरकार ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद देने का वादा किया है।
सोशल मीडिया पर लोग श्रद्धांजलि और संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।

क्या अब सबक लेगा सिस्टम?

यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है।

  • पुराने विमानों को समय रहते रिटायर करना जरूरी है।
  • सिस्टम को अब सख्त और सतर्क बनना होगा।

अब देखना होगा —
क्या यह हादसा बदलाव लाएगा या फिर यही लापरवाही दोहराई जाएगी?

43 मासूम जानें चली गईं। क्या अगला नंबर किसी और का होगा? या अब वक्त है सिस्टम को बदलने का…

(This article is written by Pragya Rai , Intern at News World India.)

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