मेरठ में वायु प्रदूषण का कहर,सांस लेना हुआ मुश्किल

मेरठ (उत्तर प्रदेश) इन दिनों गंभीर वायु प्रदूषण संकट से जूझ रहा है।
हवा में जहरीले कणों की मात्रा इतनी बढ़ गई है कि खुली हवा में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है।
सोमवार को मेरठ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 252 दर्ज किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है।
यह स्तर सीधे तौर पर लोगों के स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है।

शहर के कई इलाकों में स्थिति और भी खराब

मेरठ के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर 270 से ऊपर पहुंच गया है —

  • जयभीम नगर: AQI 289
  • पल्लवपुरम फेज-2: AQI 273
  • गंगानगर: AQI 220

इन इलाकों में दिनभर धुंध और धुएं की परत बनी रहती है।
सुबह के समय दृश्यता घटने से सांस लेने में परेशानी और ट्रैफिक हादसों का खतरा दोनों बढ़ जाते हैं।

ठंड और धुंध ने बढ़ाई परेशानी

मौसम विभाग के अनुसार, मेरठ में अब ठंड ने दस्तक दे दी है।
सुबह का तापमान करीब 17°C दर्ज किया गया है।

कम तापमान और धीमी हवा के कारण प्रदूषण के कण ऊपर नहीं उठ पा रहे,
बल्कि जमीन के पास ही जम जाते हैं।
इससे पूरा शहर स्मॉग (Smog) की मोटी परत से ढक गया है।

पूरा पश्चिमी यूपी प्रदूषण की गिरफ्त में

सिर्फ मेरठ ही नहीं, बल्कि पूरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश खराब हवा में सांस ले रहा है।

शहरAQI स्तरस्थिति
नोएडा280बहुत खराब
गाजियाबाद270बहुत खराब
मुजफ्फरनगर260बहुत खराब
बागपत255बहुत खराब
झांसी77अच्छा

झांसी को छोड़कर लगभग सभी शहर खतरनाक वायु गुणवत्ता की स्थिति में हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
डॉ. अरविंद के अनुसार —

“लोगों को सुबह और देर शाम बाहर निकलने से बचना चाहिए।
मास्क जरूर पहनें, क्योंकि हवा में मौजूद PM 2.5 और PM 10 कण फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं।”

उन्होंने सलाह दी —

  • गुनगुने पानी से गरारे करें
  • भाप लें
  • विटामिन-C का सेवन बढ़ाएं

अस्थमा, एलर्जी, हृदय और फेफड़ों के मरीजों को खास सावधानी बरतनी चाहिए।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह प्रदूषण और भी खतरनाक साबित हो सकता है।

प्रशासन की कार्यवाही शुरू

मेरठ नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण घटाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं —

  • सड़कों पर पानी का छिड़काव
  • निर्माण स्थलों की निगरानी
  • कूड़ा और पत्तियां जलाने पर रोक

प्रशासन का कहना है कि

“अगर नागरिक भी सहयोग करें तो हालात में जल्द सुधार लाया जा सकता है।”

लोगों के लिए जरूरी सावधानियां

प्रदूषण से बचाव के लिए नागरिक कुछ आसान नियम अपनाएं —

  1. बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें
  2. सुबह की सैर या एक्सरसाइज से बचें
  3. घर में ऑक्सीजन बढ़ाने वाले पौधे लगाएं
  4. गुनगुना पानी पिएं
  5. कूड़ा या लकड़ी जलाने से बचें

इन छोटी-छोटी सावधानियों से प्रदूषण का असर काफी हद तक घटाया जा सकता है।

कब मिलेगी राहत?

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार,
अगर आने वाले दिनों में तेज हवाएं चलने लगें,
तो प्रदूषण की यह परत टूट सकती है।

लेकिन जब तक हवा स्थिर है और ठंड बढ़ रही है,
सुधार की संभावना बहुत कम है।

फिलहाल, मेरठ की हवा लोगों की सेहत के लिए सबसे बड़ा खतरा बनी हुई है।
प्रशासन और पर्यावरण विभाग प्रयास कर रहे हैं,
लेकिन जब तक नागरिक खुद जिम्मेदारी नहीं निभाते,
तब तक राहत की उम्मीद कम है।

“अगर हर नागरिक प्रदूषण कम करने में अपना योगदान दे,
तो मेरठ एक बार फिर स्वच्छ और सांस लेने योग्य शहर बन सकता है।”

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