बेहतर भोजन और बेहतर भविष्य के लिए हाथ मिलाना

आज पूरी दुनिया विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) मना रही है — एक ऐसा अवसर जो हमें भोजन के महत्व, खाद्य सुरक्षा और पौष्टिक आहार के प्रति जागरूक करता है।
यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि कुछ ही दिनों बाद देशभर में दीपावली जैसे बड़े त्योहार की तैयारियां शुरू होने वाली हैं, जब मिलावट और ओवरईटिंग जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।

विश्व खाद्य दिवस क्यों मनाया जाता है?

16 अक्टूबर को हर साल यह दिवस संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) की स्थापना के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
इसका उद्देश्य है —
दुनिया भर से भूख, कुपोषण और खाद्य असमानता को खत्म करना।
लोगों को संतुलित और सुरक्षित भोजन के महत्व के बारे में जागरूक करना।

इस साल की थीम: “बेहतर भोजन और बेहतर भविष्य के लिए हाथ मिलाना”

विश्व खाद्य दिवस 2025 की थीम है:

“Better Food, Better Future – Water is Life, Water is Food: Leave No One Behind”

इसका संदेश है —
हम सबको मिलकर एक ऐसा भविष्य बनाना होगा जहाँ हर व्यक्ति को शुद्ध, पौष्टिक और संतुलित भोजन मिल सके।

आज भी दुनिया में करोड़ों लोग भूख और कुपोषण से जूझ रहे हैं,
जबकि दूसरी ओर लाखों टन भोजन रोज़ बर्बाद होता है।
यह दिवस हमें याद दिलाता है कि भोजन केवल संसाधन नहीं, जिम्मेदारी भी है।

त्योहारों में मिलावट और ओवरईटिंग की चुनौती

दीपावली के समय मिठाइयों और खाद्य वस्तुओं की मांग बढ़ जाती है।
इसी कारण बाजारों में अक्सर मिलावटी और अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ पहुंच जाते हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारों के दौरान लोगों को ओवरईटिंग से बचना चाहिए,
क्योंकि यह समस्याएं पैदा कर सकता है —

  • मोटापा
  • उच्च रक्तचाप
  • डायबिटीज़
  • पाचन से जुड़ी दिक्कतें

उत्तराखंड में मिलावट के खिलाफ बड़ा अभियान

उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने दीपावली से पहले बड़े स्तर पर जांच अभियान शुरू किया है।
एफडीए का कहना है —

“त्योहारी सीजन में लोगों को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।”

अब तक की कार्रवाई

  • कुल 217 सैंपल राज्यभर से लिए गए
    • दूध – 25
    • तेल – 17
    • पनीर – 19
    • मिठाई – 42
    • घी/मक्खन – 4
    • मावा – 19
    • दाल, आटा, बेकरी – 91

अब तक 650 किलो पनीर, 800 किलो मिठाई, 500 किलो क्रीम और 50 किलो घी जब्त कर नष्ट किए गए हैं।
15 अक्टूबर को विकासनगर और सेलाकुई क्षेत्रों से 180 किलो पनीर जब्त किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान दीपावली तक जारी रहेगा, ताकि कोई भी मिलावटी खाद्य वस्तु बाजार तक न पहुंचे।

देहरादून में नई फूड टेस्टिंग लैब जल्द शुरू होगी

एफडीए ने बताया कि जांच रिपोर्ट में देरी की बड़ी वजह सीमित लैब क्षमता है।
अब इस समस्या को दूर करने के लिए देहरादून में आधुनिक खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला बनाई जा रही है।

इस लैब में

  • आधुनिक उपकरण,
  • प्रशिक्षित विशेषज्ञ,
  • और तेज़ जांच प्रणाली होगी,
    जो दूध, तेल, मिठाई और अन्य खाद्य पदार्थों में मिलावट का सटीक परीक्षण करेगी।

भोजन की बर्बादी रोकना भी उतना ही जरूरी

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस विश्व खाद्य दिवस पर हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए —

“भोजन की बर्बादी रोकें, और हर कौर की कद्र करें।”

भारत जैसे देश में, जहाँ लाखों लोग भूख से जूझ रहे हैं,
वहीं दूसरी ओर भोजन की बर्बादी आम बात बन चुकी है।

त्योहारों के समय हमें ध्यान रखना चाहिए —

  • थोड़ा कम, लेकिन पौष्टिक खाना
  • बचा हुआ भोजन फेंकने की बजाय जरूरतमंदों तक पहुँचाना

क्योंकि संतुलित आहार ही असली समृद्धि है।

निष्कर्ष:

विश्व खाद्य दिवस हमें सिर्फ भोजन का महत्व नहीं सिखाता,
बल्कि यह याद दिलाता है कि सेहत, सादगी और संवेदनशीलता ही एक खुशहाल और टिकाऊ भविष्य की कुंजी है।

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