छत्तीसगढ़ में 9 नए नर्सिंग कॉलेज, खुशखबरी

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर बड़ी घोषणा
छत्तीसगढ़ सरकार ने 9 नए नर्सिंग महाविद्यालयों के भवन निर्माण के लिए ₹78.15 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति दे दी है।
यह कदम राज्य की स्वास्थ्य शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और युवाओं के लिए अवसर बढ़ाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।

कौन-कौन से जिलों में होंगे नए नर्सिंग कॉलेज?

  • दंतेवाड़ा
  • बैकुंठपुर
  • बीजापुर
  • बलरामपुर
  • जशपुर
  • रायगढ़
  • धमतरी
  • जांजगीर-चांपा
  • नवा रायपुर (अटल नगर)

हर कॉलेज पर ₹8.68 करोड़ खर्च किए जाएंगे। सभी कॉलेजों में आधुनिक प्रयोगशालाएं, सुसज्जित कक्षाएं, हॉस्टल और पुस्तकालय जैसी सुविधाएं होंगी।
भवन निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा, ताकि अगले शैक्षणिक सत्र से प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जा सके।

मुख्यमंत्री साय बोले: ‘कुशल स्वास्थ्यकर्मी तैयार करना प्राथमिकता’

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा:

“हमारा लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ के हर युवा को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य शिक्षा मिले। हर जिले में आधुनिक चिकित्सा सेवाओं के लिए कुशल मानव संसाधन तैयार हों।”

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि दूरस्थ और आदिवासी इलाकों में कॉलेज खोलने से युवाओं को राजधानी या बड़े शहरों में पढ़ाई के लिए पलायन नहीं करना पड़ेगा, जिससे क्षेत्रीय संतुलन और सामाजिक समावेश को बल मिलेगा।

स्वास्थ्य मंत्री का आभार

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा:

“मुख्यमंत्री साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी का यह निर्णय स्वास्थ्य शिक्षा के लिए नई दिशा देगा। अब युवाओं को गुणवत्तापूर्ण नर्सिंग शिक्षा अपने राज्य में मिलेगी। यह रोजगार, कौशल विकास और सेवा भावना के बीच संतुलन स्थापित करेगा।”

वित्त मंत्री: शिक्षा और स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि:

  • 9 नए नर्सिंग कॉलेजों के लिए ₹78.15 करोड़ की स्वीकृति दी गई है।
  • निर्माण में हरित भवन तकनीक (Green Building Technology) का उपयोग होगा, जिससे ऊर्जा बचत और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित होगा।

नर्सिंग शिक्षा को मिलेगी नई पहचान

विशेषज्ञों का मानना है कि इस पहल से छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी

  • वर्तमान में सीमित सीटों के कारण कई छात्र राज्य के बाहर पढ़ाई करते हैं।
  • नए कॉलेज खुलने से स्थानीय युवाओं को अपने ही जिले में शिक्षा और प्रशिक्षण मिलेगा।
  • प्रत्येक कॉलेज में स्मार्ट लैब, सिमुलेशन सेंटर और आधुनिक शिक्षण उपकरण होंगे।

आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से लाभ

  • निर्माण कार्यों से स्थानीय रोजगार बढ़ेगा।
  • ठेकेदार और श्रमिक परियोजना में भाग लेंगे।
  • दीर्घकालिक रूप से शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति से स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर स्वीकृत 9 नए नर्सिंग कॉलेज छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में ‘नई सुबह की नींव’ साबित होंगे।
यह निर्णय न केवल स्वास्थ्य शिक्षा प्रणाली को मजबूत करेगा, बल्कि युवाओं को रोजगार और आत्मनिर्भर बनने के अवसर भी देगा।

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