उत्तराखंड में ‘सांसद खेल महोत्सव’ का शुभारंभ

राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, तपोवन के प्रांगण में सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘सांसद खेल महोत्सव’ का शुभारंभ किया।
इस मौके पर उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा —

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से यह महोत्सव ग्रामीण स्तर की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने का बड़ा अभियान है।
यह केवल खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि फिट इंडिया, स्पोर्ट्स इंडिया और स्ट्रॉन्ग इंडिया का एक आंदोलन है।”

तीन चरणों में होगा आयोजन

मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि उत्तराखंड में सांसद खेल महोत्सव तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा —
गांव से लेकर राज्य स्तर तक प्रतियोगिताएं होंगी।

इसका मुख्य उद्देश्य है —

  • स्थानीय और पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करना
  • ग्रामीण युवाओं को खेलों के माध्यम से राष्ट्रीय पहचान देना

सीएम ने कहा,

“यह पहल खेलों को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने का माध्यम बनेगी।”

भारत खेलों में बना रहा नई पहचान

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत खेलों के क्षेत्र में लगातार नई ऊंचाइयां छू रहा है।
ओलंपिक और एशियाई खेलों में भारत का प्रदर्शन इसका प्रमाण है।

उन्होंने कहा —

“उत्तराखंड सरकार भी राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।”

राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का शानदार प्रदर्शन

धामी ने गर्व से बताया कि हाल ही में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में
उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने 103 पदक जीतकर इतिहास रच दिया।

“हमारे खिलाड़ियों ने देवभूमि का नाम पूरे देश में रोशन किया है।
अब राज्य खेल ढांचे के मामले में अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है।”

तेजी से विकसित हो रहा स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में खेलों के विकास के लिए
‘स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान’ के तहत आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियां स्थापित की जा रही हैं।

इन अकादमियों में —

  • हर साल करीब 920 एलीट एथलीट्स और
  • 1000 अन्य खिलाड़ी उच्चस्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

इसके अलावा,

  • हल्द्वानी में पहला खेल विश्वविद्यालय
  • लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज
    तेजी से विकसित किए जा रहे हैं।

खिलाड़ियों के लिए सम्मान और अवसर

सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने खिलाड़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए नई खेल नीति लागू की है।

  • राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी दी जा रही है।
  • मुख्यमंत्री खेल विकास निधि, खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना, उदीयमान खिलाड़ी योजना और खेल किट योजना जैसे कार्यक्रमों से सीधा लाभ मिल रहा है।

उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार की शुरुआत

धामी ने बताया कि राज्य सरकार ने
‘उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार’ और ‘हिमालय खेल रत्न पुरस्कार’ शुरू किए हैं,
ताकि उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सम्मानित किया जा सके।

इसके साथ ही,

“सरकारी सेवाओं में खिलाड़ियों के लिए 4% खेल कोटा फिर से लागू किया गया है,
ताकि मेहनती खिलाड़ियों को रोजगार और सम्मान दोनों मिल सकें।”

सांसद नरेश बंसल की घोषणाएं

राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने भी युवाओं को संबोधित किया और कहा —

“प्रधानमंत्री मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के संकल्प को पूरा करने की दिशा में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है।”

उन्होंने घोषणा की कि —

  • राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में वॉलीबॉल और बैडमिंटन कोर्ट का निर्माण
  • विद्यालय के मेस के फर्नीचर की व्यवस्था
    उनकी सांसद निधि से की जाएगी।

युवाओं में दिखा उत्साह

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं और जनप्रतिनिधि शामिल हुए —
विधायक उमेश शर्मा काऊ, खजानदास, मेयर सौरभ थपलियाल,
सीडीओ अभिनव शाह और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

विद्यार्थियों ने खेल भावना और फिटनेस पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं,
जिससे माहौल पूरी तरह ऊर्जावान बन गया।

“खेल शरीर ही नहीं, विचारों को भी अनुशासित करते हैं”

समापन भाषण में मुख्यमंत्री धामी ने युवाओं से कहा —

“खेल केवल शरीर को मजबूत नहीं बनाते, बल्कि मन और विचारों को भी अनुशासित करते हैं।
उत्तराखंड के युवाओं में असीम संभावनाएं हैं, बस उन्हें सही दिशा और अवसर देने की जरूरत है।”

उन्होंने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा —

“आने वाले समय में उत्तराखंड देश के अग्रणी खेल राज्यों में से एक बनेगा।”

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