राहुल गांधी की दूसरे चरण की यात्रा शुरू

कांग्रेस ने राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे चरण का एलान कर दिया है. इसे भारत न्याय यात्रा का नाम दिया गया है.  लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी यह यात्रा 14 जनवरी से पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से शुरू कर 20 मार्च को मुंबई में खत्म करेंगे.

मणिपुर से हो रहा यात्रा का आगाज़

14 राज्यों से गुजरने वाली इस यात्रा के दौरान राहुल करीब 6200 किलोमीटर बस से और पैदल नापेंगे. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह यात्रा आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के लिए होगी.  ऐसे में अब सवाल यह है कि राहुल गांधी की यह यात्रा लोक सभा चुनाव पर कितना असर डाल पाएंगी?

2019 लोकसभा चुनाव से पहले भी राहुल गांधी ने “न्याय” के मुद्दे पर चुनाव लडा था. कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में न्यूनतम आय योजना (न्याय) का एलान किया था जिसके अंतर्गत गरीब परिवार को कम से कम 72 हजार रुपए  देने का वादा किया गया था. हालंकि लोगों ने पीएम मोदी को एक और मौका दे दिया.

2024  की डगर में राहुल का अपना सफर

चुनाव के बाद कांग्रेस ने अपनी समीक्षा में पाया कि लोगों को न्याय योजना के बारे में ज्यादा मालूम ही नहीं था. अब 2024 लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी की यात्रा का नाम जिस तरह न्याय यात्रा रखा गया है उससे संभव है कांग्रेस एक बार फिर न्यूनतम आय योजना के अपने पुराने वादे को नए सिरे से लॉन्च करने जा रही है. 

इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी न्यूनतम आय गारंटी के साथ–साथ मंहगाई, बेरोजगारी, कुछ पूंजीपतियों के बढ़ते साम्राज्य जैसे आर्थिक मुद्दों को उठा कर मोदी सरकार को घेरेंगे. साथ ही जिस तरह यात्रा की शुरुआत करीब साल भर से अशांत  मणिपुर से हो रही है राहुल बीजेपी सरकार पर देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप भी लगाएंगे. 

राहुल पर यात्रा का भार क्या होगा कांग्रेस का बेड़ा पार ?

राहुल गांधी सितंबर 2022 से जनवरी 2023 के दौरान राहुल गांध कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल भारत जोड़ो यात्रा निकाल चुके हैं. जिसके बाद कर्नाटक और तेलंगाना में कांग्रेस ने सरकार बनाई लेकिन राजस्थान और मध्य प्रदेश में चुनाव हार गई.  देखना होगा कि राहुल गांधी की दूसरी यात्रा कितनी हिट होती है और क्या इस बार उनका “न्याय” कार्ड चल पाएगा?

ये 14 राज्यों से होकर निकलेगी, जो मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के 85 जिलों से गुजरेगी

न्याय यात्रा का मकसद क्या है

राहुल गांधी ने तीन मुद्दे उठाए थे, जिसमें आर्थिक विषमता, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक तानशाही, लेकिन इस बार भारत न्याय यात्रा का मुद्दा आर्थिक न्याय, सामाजिक न्याय और राजनीतिक न्याय को उठाना

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