मुंगेर में नीतीश कुमार का मास्टर प्लान

बिहार के मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की तीन विधानसभा सीटों पर 2020 में जदयू को हार का सामना करना पड़ा था। यह हार आज भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुभती है। इस बार उन्होंने मुंगेर को अपनी चुनावी प्राथमिकता बनाया है और विकास योजनाओं के जरिए जनता का भरोसा जीतने की रणनीति तैयार की है।
नीतीश का लक्ष्य है कि 50-50 के खेल को 100% स्ट्राइक रेट में बदला जाए। इसी मकसद से वे मुंगेर के लिए कई बड़ी योजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास करने जा रहे हैं, ताकि जनता को विकास का सीधा लाभ दिखाई दे।

मुंगेर के लिए विकास की सौगातें

जानकारी के अनुसार, 4 अक्टूबर 2025 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुंगेर में
₹250 करोड़ की लागत से बनने वाली मदर डेयरी मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट का शिलान्यास करेंगे।
इसके साथ ही मुंगेर से सुल्तानगंज तक गंगा मरीन ड्राइव, सड़क निर्माण और अन्य विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया जाएगा।

पूरा कार्यक्रम जमालपुर के जेएसए ग्राउंड में होगा। बारिश की संभावना को देखते हुए वाटरप्रूफ पंडाल लगाया गया है, ताकि आम जनता और अधिकारी बिना किसी असुविधा के कार्यक्रम में शामिल हो सकें।

कार्यक्रम में होंगे प्रमुख नेता

मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी,
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह (ललन सिंह),
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल,
और केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन भी मंच साझा करेंगे।
यह उपस्थिति दिखाती है कि राज्य और केंद्र – दोनों स्तर पर सरकार मुंगेर को विकास की दृष्टि से प्राथमिकता दे रही है।

हारी हुई तीन सीटों पर जीत की रणनीति

मुख्य उद्देश्य है कि 2020 में हारी गई सीटोंजमालपुर, सूर्यगढ़ा और मोकामा — पर दोबारा पकड़ बनाई जाए।

  • जमालपुर सीट: 2020 में कांग्रेस के अजय कुमार ने जदयू के शैलेश कुमार को मामूली अंतर से हराया था (57,196 बनाम 52,764 वोट)।
  • सूर्यगढ़ा सीट: राजद के प्रह्लाद यादव ने जदयू के रामानंद मंडल को 62,306 बनाम 52,717 वोटों से हराया।
  • मोकामा सीट: राजद के अनंत सिंह ने जदयू के राजीव रंजन को 78,721 बनाम 42,964 वोटों से हराया था।
    2022 के उपचुनाव में यह सीट राजद की नीलम देवी ने जीती। अब अनंत सिंह की जेल से रिहाई के बाद उनकी चुनावी सक्रियता चर्चा का विषय है।

विकास और जनता के भरोसे का संदेश

नीतीश कुमार का संदेश साफ है —
“विकास ही विश्वास का रास्ता है।”
मदर डेयरी, मरीन ड्राइव और अन्य परियोजनाओं से स्थानीय रोजगार, परिवहन और आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा।
यह कदम न केवल जनता को प्रत्यक्ष लाभ देने वाला है, बल्कि जदयू के राजनीतिक आधार को मजबूत करने की रणनीति का भी हिस्सा है।

अंतिम लक्ष्य — जनता का भरोसा और चुनावी जीत

नीतीश कुमार का मकसद सिर्फ विकास करना नहीं, बल्कि 2025 विधानसभा चुनाव में हारी हुई सीटों को दोबारा जीतना है।
उनका यह मास्टर प्लान जनता को यह संदेश देता है कि जदयू विकास और भरोसे की पार्टी है।
मुंगेर में घोषणाओं और सौगातों की बारिश से यह साफ हो गया है कि
नीतीश कुमार 2025 के चुनाव से पहले जनता का दिल जीतने की पूरी तैयारी में हैं।

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