गौशाला बनी गोवंशों के लिए कब्रिस्तान

झाँसी में इन दिनों गौशालाओं की बदहाली की तस्वीर किसी से छुपी नहीं है, सब जानने के वाद भी प्रशासनिक अधिकारी कार्यवाही के नाम पर जाँच का राग गाते नजर आ रहे हैं। बीते दिनों झाँसी की मोठ तहसील के बड़े बेलमा में 25 गोवंशों की मौत व बदहाली का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था, की एक और गौशाला ने प्रशासनिक आंकड़ों व नेताओं के वादों की पोल खोल दी, भलेहि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रशासनिक अधिकारी अपनी पीठ थपथपाने में लगे हो, लेकिन जमीनी हकीकत चीख चीख कर बया कर रही है

गौशालाओं में बदहाली, अव्यवस्था और भ्रष्टाचार

गौशालाओं में बदहाली, अव्यवस्था और भ्रष्टाचारि का मंजर साफ नजर आ रहा है। लेकिन कार्यवाही के नाम पर अपनी पीठ थपथपाने वाले अधिकारी एक बार फिर जांच का राग गा रहे।

मामला है झाँसी की मोठ तहसील के ग्राम पंचायत बहादुरपुर का जहाँ ग्राम प्रधान व सचिव ने गौशाला में जमकर बंदरबांट किया, उसके बाद वहाँ के ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया। दरअसल गौशाला में लगातार हो रही गोवंशों की मौत की कहानी एक किसान ने खोल कर रख दी। गौशाला से दुर्गंध आ रही थी, जिसके बाद किसान ने इसकी सूचना थाना प्रभारी समथर ललितेश नारायण त्रिपाठी को दी, तो मौके पर थाना प्रभारी भी पहुँच गए, और दुर्गंध आने वाली जगह पर फावड़े से गोबर को हटवाया तो वहाँ सनसनी फैल गई, गोबर में करीब पांच गोवंशों के अवशेष मिले भूख प्यास से तड़प तड़प कर दम तोड़ने वाले मृत गोवंशों के साथ ग्राम प्रधान व सचिव का दुर्व्यवहार देख लोगों में काफी गुस्सा नजर आ रहा है, मृत गोवंशों को गोबर में दफना दिया गया, इससे ग्रामीणों में भारी रोस देखने को मिल रहा है, गौरतलब हो कुछ दिन पहले गौशाला में एक मृत गाय को ट्रैक्टर से बांधकर खींचने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, लेकिन अधिकारियों की मेहरबानी से ग्राम प्रधान व सचिव पर कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है। जिससे ग्राम प्रधान व सचिव गौशाला के नाम पर बंदरबांट करने में जुटे हैं।

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