इजरायल-हमास की जंग,भारत में मोदी के विरोधी हुए संग?

पीएम इजरायल के साथ, विरोधी फिलिस्तिन की कर रहे बात!

इजरायल-हमास में मचा घमासान,भारत में कौन हो रहा परेशान?

इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध का असर भारत की राजनीति में भी देखने को मिल रहा है .जहां एक तरफ देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने इजरायल का साथ देने की बात कही है,वहीं दूसरी तरफ विपक्ष फिलिस्तीन का सपोर्ट कर रहा है. मामले को हवा तब मिली जब कांग्रेस की CWC मिटिंग में जारी प्रस्ताव में कांग्रेस ने हमास के हमले की निंदा नहीं की. ना ही इजरायल में मरने वाले लोगों के लिए कोई संवेदना व्यक्त की. प्रस्ताव में कहीं भी इजरायल का नाम तक नहीं लिखा गया बल्कि मीडिल ईस्ट में छिड़ा युद्ध लिखा गया. इसके साथ ही फिलिस्तीन का नाम लेते हुए लिखा है की CWC फिलिस्तीनी लोगों के जमीन,स्वाशासन और आत्मसम्मान एंव गरीमा के साथ जीवन के अधिकारों के लिए अपने दिर्घकालिक समर्थन को दोहराती है.

वहीं पुराना वाला चला नैरेटिव,हमास के हमदर्द वाली गैंग एक्टिव!

इसके साथ ही AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, बसपा सांसद दानिश अली सहित कई नेताओं ने फिलिस्तिन का सपोर्ट किया है. साथ ही विपक्ष बीजेपी को इजरायल समर्थन पर एक बयान की याद दिलवा रहा है. जिसमें अटल जी के द्वारा फिलिस्तीन का सपोर्ट किया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ अटल जी इजरायल को आतंकवादी बता रहे है. आपको बता दें की 1947 में जब इजरायल देश बना था तभी से कांग्रेस इसके खिलाफ है. वहीं फिलिस्तीन का सपोर्ट कांग्रेस शुरु से ही करते आ रही है. भारत की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने उस समय के फिलिस्तिन के नेता यासिर अराफात को राखी भी बांधी थी. ऐसे में सवाल ये उठता है की इजारय़ल-हमास के युद्ध के बीच क्या भारत में भी सियासी य़ुद्ध शुरु हो चुका है. क्या विरोधी दल फिलिस्तीन का समर्थन सिर्फ वोट बैंक के लिए कर रही है? क्या फिलिस्तिन का समर्थन करते हुए विपक्ष सिर्फ-सिर्फ एक समुदाय को समेटने की कोशिश कर रहा है?

Spread the News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *