अखिलेश के एमएलए को शासन का निर्देश नहीं आया पसंद !

पूरे देश में सड़कों पर नमाज नहीं पढ़े जाने का शासनादेश जारी हो भले ही हो गया हो लेकिन यह बात अखिलेश यादव के विधायक को रास नहीं आ रहा है और वह इस गलत बताते हुए कहा कि हिंदू धर्म के कई पर्व सड़कों पर होते हैं जिसके लिए कई रूट डायवर्जन कर दिया जाता है यहां तो सिर्फ एक रूट को डाइवर्ट करना था लेकिन मुस्लिम समाज के लोगों ने शासन के निर्देशों का पालन करते हुए सड़कों पर नमाज नहीं पढ़ा।

आज पूरे देश में ईद की नमाज अदा की जा रही है जिसके लिए शासन ने पहले से ही निर्देश दिया था की नमाज सड़क या फिर छत पर नहीं संपन्न होगा जिसको लेकर गाजीपुर में दो शिफ्ट में नमाज अदा करने की व्यवस्था किया गया था लेकिन यह व्यवस्था गाजीपुर के समाजवादी पार्टी के विधायक को रास नहीं आ रहा और उन्होंने कहा कि कुछ तकनीकी व्यवधान ईद की नमाज में है जिसे शासन प्रशासन के लोग बार-बार मुद्दा बना रहे हैं।

विधायक ने तकनीकी खामियों को विस्तार से बताते हुए कहा कि पहले नमाज एक शिफ्ट में होता था और अब दो शिफ्ट में हो रहा है इस्लाम धर्म के लोग शहर के अन्य मस्जिदों में पढ़ते थे लेकिन ईद की की नमाज ईदगाह में पढ़ी जाती है और सारे शहर के लोग एक साथ हो जाते थे लेकिन शासन प्रशासन ने ऐसा व्यवधान डाला।

इस दौरान सड़क पर नमाज पढ़ने की बात पर विधायक ने कहा कि आप जब भी कोई प्रश्न करते हैं तो विवाद पैदा करते हैं हमारे हिंदू धर्म के भी कई सारे त्यौहार आते हैं जिसके लिए कई रूट डायवर्जेंट कर दिया जाता है और यहां नमाज के लिए सिर्फ एक रूट को डाइवर्ट करना था लेकिन शासन की मंशा नहीं है।

वहीं प्रशासन की तरफ से नमाज को दो शिफ्ट में अदा किए जाने को लेकर पूरी व्यवस्थाएं थी और जैसे ही ईदगाह नमाजियों से भर गई पुलिस प्रशासन के अधिकारी और पुलिसकर्मी नमाज पढ़ने वालों को रोकने लगे और दूसरी शिफ्ट में नमाज पढ़ने की अपील करने लगे जिसके वजह से सड़क के किनारे दूसरी शिफ्ट में नमाज पढ़ने वालों की भीड़ भी देखने को मिली वहीं प्रशासन के द्वारा नमाज की व्यवस्था को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करने का दावा किया जा रहा है।

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