संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में नया खुलासा आया सामने

ललित झा ने तैयार कर रखा था प्लान B

एक तरफ जहां देश में संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सियासत गरमाई हुई है. विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर संसद की सुरक्षा को लेकर निशाना साध रहा है वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम मामले को लेकर नए-नए खुलासा कर रही है. घटना वाला दिन ही पुलिस ने मौके पर से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था वहीं उसी रात पुलिस ने एक आरोपी को दिल्ली से सटे गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया था. वहीं घटना का मास्टरमाइंड ललित झा घटना वाले दिन से ही फरार चल रहा था. वहीं कल देर रात ललित झा ने भी पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस की पूछताछ में ललित झा ने बताया की वो लोगों किसी भी हालात में अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाना चाहते थे. इसके लिए उनहोंने पहले से ही दो प्लान तैयार कर रखा था. किसी हालत में अगर प्लान A  विफल हो जाता तो वो प्लान B पर शिफ्ट हो जाते. बता दें की संसद की सुरक्षा में सेंध को लेकर अभी तक आठ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जिन 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनके नाम सागर शर्मा,मनोरंजन डी, नीलम आजाद, अमोल शिंदे और ललित झा का नाम शामिल है. इसके साथ ही पुलिस ने गुरुग्राम से विक्की नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. विक्की ने ही इन सभी आरोपियों को अपने घर में पनाह दी थी. इन सबके अलावा दो और लोग जिनके नाम महेश और कैलाश है उनको भी अरेस्ट किया गया है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की आरोपी संसद में सेंधमरी के लिए कितने फुलप्रूफ तरीके से आए थे.

किसी भी हालत में ललित करना चाहता था सुरक्षा में सेंधमारी

अब आइए आपको बतातें है की क्या था आरोपियों का प्लान A और B. प्लान A की बात की जाए तो सबसे पहले सागर और मनोरंजन को संसद के भीतर जाना था. इसके लिए उनहोंने पहले 2 बार संसद की रेकी कर रखी थी. साथ  ही मनोरंजन ने मैसूर के सांसद प्रताप सिम्हा के नाम से विजिटर्स पास भी बना लिया था. वहीं दूसरी तरफ अमोल और नीलम संसद के बाहर रहेंगे. साथ  ही संसद के अंदर और बाहर स्मॉक बॉम्ब का इस्तेमाल करने का भी आइडिया भी ललित झा का ही था. वहीं अगर ये प्लान सफल नहीं हो पाता तो ललित ने प्लान B भी तैयार कर रखा था. इसके तहत अगर नीलम और अमोल संसद के पास नहीं पहुंचते तो उनकी जगह महेश और कैलाश संसद के करीब दूसरी तरफ जाते. वहां जाते ही वो मीडिया के सामने कलर बम का इस्तेमाल करते और नारेबाजी करते. लेकिन इनका प्लान B तब खराब हो गया जब महेश और कैलाश गुरुग्राम विक्की के घर पहुंचे ही नहीं. जिसके बाद नीलम और अमोल को पूरी जिम्मेदारी दी गई की किसी भी हालत में अपने प्लान को सफल करना है. इसके साथ ही ललित का प्लान का था की पूरी घटना को अंजाम दे कर वो लोग छुप जाऐंगे. जिसकी जिम्मेदारी महेश को गई थी वो दिल्ली  से राजस्थान में छिपने में उनकी मदद करता. आपको बता दें की कैलाश और महेश दोनों मौसेरे भाई है. महेश ने ही अपनी आईडी से ललित को एक गेस्ट हाउस में कमरा दिलवाया था. वहीं पुलिस को आरोपियों से अभी तक सागर और मनोरंजन के आधार कार्ड की कॉपी मिली है.  इसके साथ ही इस्तेमाल किए गए कलर क्रैकर के दो खाली कैनिस्टर, सागर शर्मा के नाम का वीजिटर पास मिला है. साथ ही वो जूते जिनमें कलर बम को छूपाया गया वो भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. वहीं जिस जुते में कल को छूपाया गया था वो जूता सागर शर्मा ने पहन रखा था. जिसमें बाएं पैर के जूते में अंदर से सोल में एक जगह बनाई गई थी. जिसमें कलर बम को रखा गया था. इसके साथ ही पुलिस को दो पंफलेट भी मिले, जो थोड़े फटे हुए थे. पहले पंफलेट पर इंग्लिश में छपा हुआ था जय हिंद. इसके बाद तिरंगे की फोटो थी और हिंदी में स्लोगन लिखा हुआ था.जबकि दूसरे पंफलेट पर इंग्लिश में मणिपुर और दूसरे कुछ मुद्दों से जुड़े स्लोगन लिखे हुए थे, इन सबको सीज कर लिया गया है.

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