लंढौरा क्षेत्र से जौरासी को होकर जाने वाले मार्ग क्षतिग्रस्त

कई बार शिकायत के बाद भी नहीं हुआ एक्शन
रुड़की के लंढौरा क्षेत्र से जौरासी को होकर जाने वाले मार्ग पर दर्जनों गांवों को जोड़ने वाला पुल सालों से क्षत्रिग्रस्त पड़ा है लेकिन विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा इस पुल की ओर कोई ध्यान नही दिया गया जिसके चलते आज भी इस पुल से ग्रामीण और राहगीर मजबूरन डर के साए में गुजर रहे हैं। दरअसल लंढौरा से जौरासी जबरदस्तपुर ग्राम को होते हुए दर्जनों गांवों को जोड़ने के लिए कई साल पहले पुल का निर्माण कराया गया था। बरसात व बाढ़ के कारण यह पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है जिसके चलते आम जनता व किसानों को आने जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है साथ ही साथ एक बड़े हादसे का भी डर बना हुआ है।
प्रशासन-जनप्रतिनिधि कर रहे बड़े बादसे का इंतजार
वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस पुल के कारण किसानों की समस्या सालों से बनी हुई है। पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा इस पुल का निर्माण कराया गया था और आपदा के दौरान यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था लेकिन विभागीय अधिकारियों के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि उनके द्वारा अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगाई गई है और इस पुल पर एक दो हादसे भी हो चुके हैं लेकिन ऐसा लगता है कि सभी लोग एक बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं।
2018 में हुआ था पुल क्षतिग्रस्त, लेकिन नहीं हुआ ठीक
ग्रामीणों ने सरकार से गुहार लगाई है कि इस बड़ी समस्या का संज्ञान लेकर जल्द से जल्द समाधान कराया जाए। वहीं इस मामले के खानपुर विधायक उमेश कुमार ने कहा कि 2018 में यह पुल क्षतिग्रस्त हुआ था और अगर उसी समय इस पुल का निर्माण कार्य शुरू हो जाता तो आज इतनी बड़ी समस्या सामने न आती। उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी सचिव और मंत्री से भी वार्ता की गई है और प्रस्ताव भी भेजा गया है। उन्होंने कहा कि उनका पूरा प्रयास है कि जल्द से जल्द पुल का निर्माण कार्य शुरू कराया जाए जिससे दर्जनों ग्रामो के ग्रामीणों व किसानो को राहत मिल सके।

NEWS WORLD INDIA परिवार के साथ 1 फरवरी 2021 को एंकर के तौर पर ज्वाइन किया 3 सालों मे एंकर से सिनियर एंकर तक का सफर.राजनीति से लेकर रिसर्च बेस्ड प्रोग्राम, फील्ड रिपोर्टिंग, कई महाअनुभवों के इंटरव्यू, क्षेत्रिय मुद्दे, इंटरनेशनल मुद्दों पर बात, डिबेट्स, स्पेशल प्रोग्राम, प्रोड्यूसर के तौर काम, किसान आंदोलन कवर किया, कोरोना के टाइम पर लोगों को घर अपडेट दिया. सुप्रीम कोर्ट से लेकर संसद तक की हर खबर पर नजर रखी, समाजिक सांस्कृतिक और जनता के सरोकार की हर खबर पर नजर रखी रिपोर्टिंग की.
देश के हर बड़े मुद्द पर बात करना, राजनीती मे दिलचस्पी, डांसिंग, संगीत सुनना, किताबें पढ़ना, नई-नई जगहों को EXPLORE करना, पौराणिक चीजों में रुचि, इतिहास को पढ़ना, ईमानदारी से काम करन.हिन्दी, अंग्रेजी, हरियाणवी, भोजपुरी, बंगाली, पंजाबी भाषाओं की समझ. ( काम के प्रति निष्ठावान होना जरुरी है ) कर्म पर सबसे ज्यादा विश्वास है.