भारत ने नागरिकों को सतर्क रहने की दी सलाह

नेपाल में इस समय हिंसक झड़पें देखने को मिल रही हैं।
युवा ओली सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
अब तक इन प्रदर्शनों में 21 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि लगभग 256 लोग घायल हैं।

इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, भारत ने मंगलवार को नेपाल में रह रहे अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है।

भारत का बयान – संवेदना और सुरक्षा की अपील

भारत सरकार ने अपने बयान में कहा:
“हम नेपाल में हो रही घटनाओं पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। इन प्रदर्शनों में कई युवाओं की मौत से हम बेहद दुखी हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। हम घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”

  • भारत ने नेपाल में शांति और संयम बरतने की अपील की है।
  • साथ ही सभी पक्षों से संवाद के माध्यम से समस्या का हल निकालने की सिफारिश की गई है।
  • नेपाल में भारत के करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, शांति बनाए रखना आवश्यक बताया गया है।

नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह

विदेश मंत्रालय ने विशेष रूप से सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे बेहद सतर्क रहें।

  • काठमांडू और नेपाल के कई अन्य शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
  • सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे नेपाल प्रशासन के निर्देशों और गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन करें।
  • खास तौर पर भीड़-भाड़ वाले इलाकों में न जाएं और जरूरी होने पर ही बाहर निकलें।

विरोध प्रदर्शन की वजह

  • यह विरोध प्रदर्शन सोशल मीडिया साइट्स पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद शुरू हुआ था।
  • हालांकि सरकार ने प्रतिबंध हटा लिया, फिर भी प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा।
  • अब यह आंदोलन सोशल मीडिया विरोध से बढ़कर भ्रष्टाचार के खिलाफ हो गया है।
  • मुख्य रूप से 18 से 30 साल के युवा इसका नेतृत्व कर रहे हैं।
  • सोमवार से ये युवा काठमांडू की सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

मौजूदा हालात

  • अब तक 21 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है।
  • लगभग 256 लोग घायल हैं।
  • कर्फ्यू के बावजूद हालात नियंत्रण से बाहर होते जा रहे हैं।
Spread the News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *