UKSSSC पेपरलीक सीएम धामी का कड़ा रुख

उत्तराखंड में UKSSSC पेपरलीक विवाद ने राज्य की राजनीति और सामाजिक माहौल को गरमा दिया है। परीक्षा में कथित नकल के खुलासे के बाद युवा संगठन और बेरोजगार संघ लगातार अपने अधिकारों और न्याय की मांग कर रहे हैं।

देहरादून के परेड ग्राउंड में युवाओं का प्रदर्शन और धरना इसे स्पष्ट रूप से दर्शा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान: नकल जिहाद और भ्रष्टाचार

सीएम धामी ने राज्य स्तरीय संगठनात्मक कार्यशाला में कहा:

  • नकल को गंभीर मुद्दा बताते हुए इसे “नकल जिहाद” से जोड़कर चर्चा में लाया।
  • उन्होंने चेतावनी दी: “जब तक नकल माफिया को मिट्टी में नहीं मिलाया जाएगा, हम चैन से नहीं बैठेंगे।”
  • राज्य सरकार ने नकल और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कानून लागू किए हैं।
  • अब तक 25,000 पदों पर पारदर्शी भर्ती की जा चुकी है।

सीएम ने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार पर लगातार सख्त कार्रवाई जारी है और आईएएस व पीसीएस अधिकारियों पर भी निगरानी रखी जा रही है।

मदरसा बोर्ड का समाप्ति निर्णय

धामी ने घोषणा की कि राज्य सरकार ने मदरसा बोर्ड को समाप्त करने का निर्णय लिया है।
उनका कहना है कि इसका असर अगले वर्ष स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।

बीजेपी संगठनात्मक कार्यशाला: मिशन 2027

उत्तराखंड बीजेपी की राज्य स्तरीय संगठनात्मक कार्यशाला देहरादून में आयोजित की गई। मुख्य उद्देश्य:

  • 2027 विधानसभा और स्थानीय चुनावों की तैयारियाँ।
  • बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत बनाना।

कार्यशाला में शामिल प्रमुख नेता:

  • राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष
  • राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम
  • राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश सह-प्रभारी रेखा वर्मा
  • प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट
  • प्रदेश महामंत्री (संगठन) अजय

सीएम धामी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे युवा और जनता के बीच पार्टी का विश्वास मजबूत करें और नकल माफियाओं व भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सरकार की नीतियों का समर्थन करें।

युवा विरोध और राजनीतिक प्रतिक्रिया

UKSSSC पेपरलीक के विरोध में युवा लगातार सड़क पर हैं।

  • बेरोजगार संघ और विभिन्न युवा संगठन न्याय की मांग कर रहे हैं।
  • राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सीएम धामी का कड़ा रुख युवा विरोध को और अधिक तीव्र बना सकता है।

कुछ लोग इसे विवादित और असंवेदनशील मान रहे हैं, जबकि सरकार के कदमों का समर्थन भी मौजूद है।

निष्कर्ष

UKSSSC पेपरलीक और नकल जिहाद जैसे मुद्दों ने उत्तराखंड में सरकार और जनता के बीच नई बहस को जन्म दिया है।

  • सीएम धामी का सख्त रुख
  • संगठनात्मक कार्यशाला की रणनीतियाँ
  • युवा विरोध और राजनीतिक प्रतिक्रिया

ये सभी कारक यह दिखाते हैं कि सरकार भ्रष्टाचार और नकल के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए तैयार है।
आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि युवा प्रदर्शन, राजनीतिक प्रतिक्रिया और संगठनात्मक तैयारियाँ किस दिशा में जाती हैं।

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