कौन होगा विपक्ष से PM का उम्मीदवार??

PM Candidate For 2024: कौन होगा विपक्ष से PM का उम्मीदवार??

PM Candiadte For 2024

PM Candidate For 2024: 2024 के चुनाव की सियासी पिच तैयार हो चुकी है और टीमें भी बीजेपी के नेतृत्व वाली सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी की NDA जीत की हैट्रिक लगाने के लिए एकजुट है तो वही विपक्ष भी एनडीए का मुकाबला करने के लिए I.N.D.I.A. नाम से नए गठबंधन के साथ तैयार है.

यानी की 2024 की लड़ाई का बिगुल बज चुका है. आगामी लोकसभा चुनाव में सीधे तौर पर NDA बनाम I.N.D.I.A के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा. विपक्षी एकता धीरे-धीरे ही सही, मगर सधे हुए कदमों के साथ आगे बढ़ रही है. वही आपको बता दे की विपक्ष की पटना और फिर बेंगलुरु की बैठक के बाद भी कई मसलों पर रायशुमारी नहीं हो सकी है. लेकिन चुनौतियों से निपटने की तैयारी शुरू कर दी गई है. और यही वजह है कि उम्मीद के मुताबिक अब तक ना तो सीट शेयरिंग का फॉर्मूला निकाला जा सका है. और नाही पीएम फेस पर सहमति हो पाई है. इतना ही नही अभी तक तो चुनावी कैंपेन पर भी चर्चा नहीं हो पाई है. हालांकि, विपक्ष ने जो 11 सदस्यीय पैनल गठित करने का ऐलान किया है. वो इन सारे सवालों के जवाब तलाशेगा और सहमति के लिए फॉर्मूला भी निकालेगा.

विपक्ष का क्या प्लान?

PM Candidate For 2024: दरअसल विपक्ष का प्लान है कि वो हर एक सीट पर अपना संयुक्त उम्मीदवार उतारे. विपक्ष की तरफ से एक उम्मीदवार होने से वोट नहीं बंट सकेंगे और एनडीए के कैंडिडेट को हराने में आसानी हो पाएगी.

हालांकि जितना आसान दिख रहा है उतना आसान है नहीं. क्योंकि 2014 और 2019 के ट्रैक रिकॉर्ड के मुताबिक एनडीए ने कई सीटों पर 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट हासिल किए हैं और जीत भी दर्ज की है. वहीं, विपक्ष का कहना है कि हर चुनाव अलग होता है. मुद्दे से लेकर तमाम फैक्टर हार और जीत तय करते हैं. फिलहाल, 543 लोकसभा सीटों में अधिकांश सीटों पर NDA और I.N.D.I.A के बीच मुकाबला होगा. विपक्षी एकजुटता के फॉर्मूले के तहत लोकसभा की 543 सीटों में से 450 सीटों पर NDA के खिलाफ एक ही कैंडिडेट उतारे जाने पर विचार किया जा रहा है. अगर यह मुमकिन हो पाया तो इन सीटों पर सीधे तौर पर आमने-सामने की टक्कर होगी.

मोदी के सामने विपक्ष से कौन!

PM Candidate For 2024: अब ये तो रहा सीट शेयरिंग का फार्मुला लेकिन सबसे बड़ी पेच तो अब तक फसी ही है. औऱ वो है 2024 के चुनाव के लिए लीडरशिप यानी की विपक्ष का पीएम फेस कैंपेनिंग प्लान, सीट बंटवारे औऱ पीएम फेस का फैसला करने के लिए 11 सदस्यीय पैनल का गठन किया जाएगा.

इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है की सभी दलों के साथ समन्वय किया जाएगा. दरअसल, मुंबई में विपक्ष की अगली बैठक होनी है. जिसकी तारीख अभी फाइनल नही हुई है. औऱ माना जा रहा है की इसी मिटींग में 11 सदस्यों की एक कमेटी गठीत कर इन सभी पेंचो का फैसला किया जाएगा.

वही कांग्रेस ने बेंगलुरु की बैठक में भले ही सत्ता हासिल करने के लिए लड़ाई नहीं लड़ने का दावा किया है लेकिन इससे इंकार नहीं किया जा सकता है कि कांग्रेस और राहुल गांधी का विपक्षी मोर्चेबंदी में अहम रोल नहीं होगा. कहा जा रहा है कि राहुल गांधी भविष्य की रणनीति फाइनल करेंगे. जैसे- गठबंधन कैसे एनडीए से मुकाबला करेगा और उसका प्लान क्या होगा. गठबंधन आगे कैसे बढ़ेगा, मुद्दे क्या हो सकते हैं और अलग-अलग राज्यों में गठबंधन और उम्मीदवार तय करने का फॉर्मूला क्या रहेगा. इन सारे सवालों के जवाब राहुल गांधी भी कमेटी तक पहुंचाएंगे.

नीतीश कुमार रेस से हुए बाहर!

PM Candidate For 2024: विपक्षी मोर्चे से प्रधानमंत्री फेस को लेकर लंबे समय से कयासबाजी है. सबसे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम सामने आया था. तब नीतीश कुमार ने साफ बता दिया था कि वो इस रेस में नही दौड़ रहे.

उसके बाद राहुल गांधी का नाम तेजी से उभरकर सामने आया. लेकिन बेंगलुरु की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी साफ कर दिया कि कांग्रेस इस दौड़ में नहीं है. हालांकि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जरूर बेंगलुरु में राहुल गांधी की तरफ इशारा किया और कहा की वो विपक्ष में सबके पसंदीदा नेता हैं. ममता के इस बयान के बाद राहुल गांधी की दावेदारी पर फिलहाल विराम नहीं लगा है.

हालांकि, आगे की स्थिति सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तय होगी. क्योंकि मोदी सरनेम मामले में राहुल को सजा सुनाई गई है और इसे गुजरात हाईकोर्ट ने बरकरार रखा है. अगर सुप्रीम कोर्ट ने सजा पर रोक नहीं लगाई तो राहुल गांधी अगला चुनाव नहीं लड़ पाएंगे और उनके पीएम फेस की चर्चाओं पर विराम लग सकता है. इससे पहले शरद पवार और ममता बनर्जी भी अलग-अलग बैठकों में यह साफ कर चुके हैं कि वो पीएम फेस के दावेदार नहीं हैं. ऐसे में कांग्रेस के पीएम फेस की दावेदारी से पीछे हटते ही TMC एक्टिव मोड में आ गई.

विपक्ष के सामने क्या होगी चुनौतिया

  • पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी विपक्षी मोर्चे में शामिल पार्टियों को सीटें देने के मूड़ में नहीं हैं. ममता को राज्य में कांग्रेस या लेफ्ट की मौजूदगी मंजूर नहीं हैं. वे चाहती हैं कि जो जहां मजबूत है, वो वहां से चुनाव लड़े. टीएमसी बंगाल में मजबूत है, इसलिए वो राज्य में चुनाव लड़ेगी.
  • यूपी में विपक्षी गठबंधन की कमान को लेकर भी खींचतान है. सपा वहां बड़े भाई की भूमिका में रहना चाहती है. विपक्षी गठबंधन में शामिल अन्य पार्टियों को टिकट देने में खुद की मंजूरी चाहती है.
  • बिहार के सीएम नीतीश कुमार चाहते हैं कि एनडीए के खिलाफ संयुक्त तौर पर एक ही उम्मीदवार उतारा जाए. उस पर सहमति कैसे बनेगी, यह बड़ा सवाल बन गया है. कई राज्यों में अभी से खींचतान देखने को मिलने लगी है.
  • आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में टकराव अभी शांत नहीं हुआ है. दोनों दल दिल्ली और पंजाब में आमने-सामने हैं. कांग्रेस में स्थानीय नेतृत्व ना दिल्ली में हथियार डालने को तैयार है, ना पंजाब में. दोनों राज्य का कांग्रेस नेतृत्व AAP को दिल्ली अध्यादेश पर समर्थन देने के लिए भी तैयार नहीं था. फिलहाल, हाईकमान के फैसले के बाद चुप्पी साधे हुए है.
  • 11 सदस्यीय समन्वय समिति गठित करने पर सहमति बनी, लेकिन इसके सदस्यों और संयोजक पर निर्णय नहीं हो सका. अब अगली बैठक में इस पर निर्णय होगा. वे 11 सदस्य कौन होंगे, इस पर 26 दलों में सहमति बन पाना कठिन माना जा रहा है.
  • हर पार्टी की कोशिश रहेगी कि उसका मेंबर भी पैनल में शामिल हो. लेकिन, संख्या निर्धारित होने से यह संभव नहीं हो पाएगा. चूंकि, यह पैनल बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसी पैनल पर सीट शेयरिंग से लेकर पीएम फेस का नाम तक तय करने की जिम्मेदारी रहेगी.

ये भी पढ़ें: INDIA VS NDA: 2024 में INDIA VS NDA होगा?

Spread the News

1 thought on “कौन होगा विपक्ष से PM का उम्मीदवार??

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *