2024 में किसके सिर सजेगा ताज,पिछले कुछ वर्षों की रिपोर्ट देखिए
Lok Sabha Elections 2024:– आज़ाद भारत के चुनावों का इतिहास रहा है कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश ने चुनाव दर चुनाव कितना अहम रोल अदा किया है. चाहे वो कांग्रेस हो या बीजेपी..लोकसभा चुनावों में यूपी ने राजनीतिक पार्टियों की हार और जीत तय की है.
केशव प्रसाद मौर्यं ने कहा- 2024 में बीजेपी की जीत पक्की
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बड़ी जीत की बात कही है. इतना ही नहीं उन्होंने एक तीर से दो नहीं बल्कि कई निशाने साधने की कोशिश भी की है. इसी एक ट्वीट से उन्होंने न सिर्फ सपा, बल्कि, कांग्रेस, बसपा और छोटे दलों को घेरा है.
मौर्य ने साफ तौर पर कहा है कि उत्तर प्रदेश राजनीति की सबसे बड़ी प्रयोगशाला है और उत्तर प्रदेश ही सत्ता का मुकद्दर तय करता है. राजनीति की सबसे बड़ी प्रयोगशाला है उत्तर प्रदेश। 2014 के बाद चुनावों में सपा ने कभी कांग्रेस, तो कभी बसपा समेत छोटे दलों से कई गठबंधन किए। लेकिन यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की लोकप्रियता के सामने सब गौण साबित हुए।
2024 के लिए BJP कांग्रेस दोनों हैं तैयार (Lok Sabha Elections 2024)
इसमे कोई संदेह नहीं है कि 2024 अहम है..हर कोई इस चुनावी साल में अपना सबकुछ झोंक कर आगे आने वाले पांच साल पक्के कर लेना चाहता है. संदेह इस बात पर भी किसी को नहीं हो सकता कि जीत के लिए पीएम मोदी का चेहरा होना भर ही बीजेपी में जान फूंक देता है. क्योंकि मोदी अब नेशनल नहीं इंटरनेशनल नेता हो चुके हैं. बीते 9 सालों में उन्होंने दुनियाभर से भरपूर प्यार भी बटोरा है. ऑस्ट्रेलिया में किस तरह मिनी इंडिया की धूम रही और इसका आउटकम राज्यों की जीत से चुनावों में बीजेपी को मिलता भी रहा है.
राहुल भी नहीं हैं पीछे (Lok Sabha Elections 2024)
लेकिन 2024 की इस रेस में कांग्रेस भी किसी लिहाज़ से खुद को पीछे नहीं रखना चाहती है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहले भारत जोड़ो यात्रा कर देश को जोड़ने की कोशिश की.. जिसका नतीजा कांग्रेस की झोली में हिमाचल और कर्नाटक के रूप में मिला भी..राहुल और कांग्रेस अब समझने लगे है कि 2024 का रास्ता पूरी तरह से जनता के बीच से होकर ही गुजरेगा.
यही वजह है कि राहुल कभी दिल्ली के बीचोबीच बैठकर कॉलेज के बच्चों की समस्याएं सुन रहे हैं तो कभी दिल्ली टू चंडीगढ़ ट्रक की सवारी कर ड्राइवरों से जुड़ने और उन्हें और बेहतर समझने के प्रयास भी कर रहें हैं क्योंकि राहुल अब ये खूब जानते हैं कि अभी नहीं तो फिर कभी नहीं.
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लोकसभा चुनाव 2019 में यूपी में किस पार्टी को मिली कितनी सीट
बीजेपी- 62
अपना दल (एस)- 2
बीएसपी- 10
सपा- 5
कांग्रेस- 1
लोकसभा चुनाव 2014 में यूपी में किस पार्टी को मिली कितनी सीट
पार्टी | सीट जीतीं |
भाजपा 71
अपना दल (एस)- 2
सपा- 5
बीएसपी- 0
कांग्रेस 2
कांग्रेस- 1
लोकसभा चुनाव 2019 में किसको मिली कितनी सीटें
कुल: 542 सीटें
पार्टी | सीटें |
भाजपा | 303 |
कांग्रेस | 52 |
द्रमुक | 23 |
तृणमूल कांग्रेस | 22 |
वायएसआर कांग्रेस | 22 |
शिवसेना | 18 |
जदयू | 16 |
बीजद | 12 |
बसपा | 10 |
टीआरएस | 9 |
लोजपा | 6 |
सपा | 5 |
राकांपा | 5 |
चुनावी नतीजे 2014: किस पार्टी को कितनी सीटें
बीजेपी- 282 कांग्रेस- 44 AIADMK- 37 शिवसेना- 18 NCP- 6 तृणमूल कांग्रेस- 34 TDP- 16 RJD- 4 |
2017 के विधानसभा चुनाव में किसको मिली कितनी सीटें
पार्टी सीटें
बीजेपी + 312
अपना दल(एस) 9
भारतीय सोहेल देव पार्टी 4
कांग्रेस 7
सपा 47
बसपा 19
2022 विधानसभा चुनावों में किसने कितनी सीटें जीतीं
कुल सीटें 403
बीजीप- 273
सपा- 125
कांग्रेस- 2
बहुजन समाज पार्टी 1
अन्य 1