बांग्लादेश: 26 लोगों को फांसी देने वाले जल्लाद शाहजहां की 32 साल बाद हुई रिहाई
Hangman Shahjahan in Bangladesh बांग्लादेश के इतिहास में सबसे ज्यादा लोगों को फांसी देने वाले जल्लाद शाहजहां की 32 साल बाद रिहाई हो गई. शाहजहां 74 साल के हैं. उन्हें हथियार रखने, हत्या करने और डकैती के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
26 लोगों को फांसी पर था लटकाया
जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश में मौत की सजा पाने वाले 26 दोषियों को उन्होंने फांसी पर लटकाया था. उनके एक हत्या के मामले में 12 साल और डकैती और हत्या के मामले में शाहजहां को 30 साल की सजा हुई थी.
अच्छे व्यवहार के चलते जल्दी हुए रिहा (Hangman Shahjahan in Bangladesh)
सजा तो उन्हें 12 साल की हुई थी लेकिन जेल में अच्छा व्यवहार रखने के चलते उन्हें 32 साल के बाद ही रिहा कर दिया गया.
अलग-अलग जेलों में किया जल्लाद का काम
उन्होंने अलग-अलग जेल में रहते हुए जल्लाद का काम किया है. सबसे पहले साल 1989 में उन्हें जल्लाद का काम बांग्लादेश की सरकार ने दिया था. फिर बाद में उन्हें मुख्य जल्लाद के रूप में पदोन्नत कर दिया गया था.
शाहजहां भुइयां अब 74 साल के हैं.
फांसी देना मेरी ड्यूटी का हिस्सा था
जेल से रिहा होने के बाद जब शहाजहां से पत्रकारों ने पूछा कि उन्हें 26 लोगों को फांसी देकर कैसा महसूस हुआ. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि फांसी की सजा सुनाना कोर्ट का काम है और फांसी देकर वो केवल अपना काम कर रहे हैं.
सरकार से की घर की गुजारिश (Hangman Shahjahan in Bangladesh)
साथ ही उन्होंने बांग्लादेश सरकार से एक घर दिए जाने की गुजारिश की है. उन्होंने कहा कि उनके परिवार के किसी भी सदस्य से उनका संपर्क नहीं है. केवल उनकी बहन और भतीजा उनसे मिलने आया करते थे.
शांति से बिताना चाहते हैं आगे का जीवन (Hangman Shahjahan in Bangladesh)
उन्होंने आगे कहा कि वो अपना बचा हुआ जीवन शांति से गुजारना चाहते हैं.
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