CM मोहन यादव ने शुरू किए दो बड़े प्रकल्प

जबलपुर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को संस्कारधानी जबलपुर में BAPS स्वामिनारायण संस्था द्वारा आयोजित “जीवन उत्कर्ष महोत्सव” में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान सनातन संस्कृति और भारतीय जीवन मूल्यों के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की। इस अवसर पर उन्होंने संस्था के दो नए प्रकल्प—‘चलो बनें आदर्श’ और Integrated Personality Development Course (IPDC)—का शुभारंभ किया।

सीएम ने कहा कि ये दोनों पहलें युवाओं के व्यक्तित्व विकास, नैतिक मूल्यों और आध्यात्मिक जागरण को नई दिशा देंगी।

जबलपुर में उमड़ा अद्भुत सांस्कृतिक और आध्यात्मिक वातावरण

कार्यक्रम का आयोजन जबलपुर की पवित्र और सांस्कृतिक भूमि पर हुआ, जहां हजारों श्रद्धालु, संत, समाजसेवी और विद्यार्थी शामिल हुए।
भक्ति संगीत, आध्यात्मिक प्रवचनों और पूज्य संतजनों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को दिव्य और प्रेरणादायक बना दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जबलपुर जैसी संस्कारधानी में ऐसे कार्यक्रम समाज को नई दिशा देने वाले होते हैं।

उन्होंने कहा—
“भारत की सनातन संस्कृति ही वह शक्ति है, जिसने दुनिया को करुणा, सह-अस्तित्व और आत्मोन्नति का मार्ग दिखाया है।”

युवाओं के व्यक्तित्व विकास को नई ऊर्जा देंगे ‘चलो बनें आदर्श’ और IPDC

कार्यक्रम में लॉन्च किए गए दोनों प्रकल्पों की खूब चर्चा रही:

‘चलो बनें आदर्श’

  • युवाओं में जिम्मेदारी
  • अनुशासन
  • राष्ट्रप्रेम
  • सकारात्मक जीवन दृष्टि विकसित करने पर केंद्रित

IPDC (Integrated Personality Development Course)

  • नेतृत्व क्षमता
  • संवाद कौशल
  • जीवन कौशल
  • आत्मविकास और मानसिक दृढ़ता का प्रशिक्षण

सीएम ने कहा कि ये प्रकल्प सिर्फ ट्रेनिंग नहीं, बल्कि आत्मसुधार और सामाजिक चेतना का अभियान हैं।

स्वामिनारायण संस्था के सेवा कार्यों की सराहना

मुख्यमंत्री ने BAPS स्वामिनारायण संस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संगठन केवल धार्मिक गतिविधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि
शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, मानव सेवा और चरित्र निर्माण जैसे क्षेत्रों में असाधारण योगदान दे रहा है।

उन्होंने कहा—
“स्वामिनारायण संस्था समाज में सद्भाव, अनुशासन और सकारात्मक ऊर्जा का अद्भुत वातावरण बनाती है।”

भारतीय संस्कृति: पूरी मानवता के लिए संदेश

अपने संबोधन में सीएम मोहन यादव ने भारत की सनातन संस्कृति के वैश्विक संदेश पर बल दिया। उन्होंने कहा—

  • भारत का विचार ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ पूरी मानवता को जोड़ने वाला है
  • यह वही भूमि है जिसने बुद्ध, महावीर, कबीर और विवेकानंद जैसे संतों को जन्म दिया
  • युवा पीढ़ी को आधुनिकता के साथ अपने संस्कारों और मूल्यों से जुड़े रहने की आवश्यकता है

उन्होंने युवाओं से आत्मविकास, सेवा और समाजहित को जीवन का उद्देश्य बनाने की अपील की।

संतों का संदेश: सेवा, ईमानदारी और आत्मानुशासन का मार्ग

कार्यक्रम में उपस्थित पूज्य संतों ने कहा कि—

  • जीवन का उत्कर्ष तभी संभव है जब मनुष्य ईमानदारी, सेवा और आत्मानुशासन का भाव अपनाए
  • स्वामिनारायण संस्था का लक्ष्य हर व्यक्ति के भीतर छिपे देवत्व को जागृत करना है

संतों ने मुख्यमंत्री की उपस्थिति को राज्य सरकार की संस्कृति और अध्यात्म के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया

मुख्यमंत्री का आभार और सरकार का संकल्प

कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संस्था के संतों और आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे कार्यक्रमों और संस्थाओं के प्रयासों को निरंतर प्रोत्साहन देगी।

सीएम ने कहा—
“हमारा लक्ष्य है कि मध्य प्रदेश संस्कृति, अध्यात्म और विकास का संतुलित उदाहरण बने। सनातन परंपराओं के साथ आधुनिक भारत का निर्माण ही सच्ची राष्ट्रसेवा है।”

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