वन विभाग की कार्रवाई पर भड़के अखिलेश यादव, कहा- ‘आरिफ़ तो वोट दे सकता है मुझे, सारस तो नहीं देगा?’

उत्तर प्रदेश में सारस पक्षी को लेकर जारी राजनीति के बीच रविवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव के साथ सारस पक्षी के दोस्त मोहम्मद आरिफ़ भी मौजूद थे.
सपा प्रमुख ने मोहम्मद आरिफ़ के ख़िलाफ़ वन विभाग की कार्रवाइयों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जान बचाने वाले शख़्स के ख़िलाफ़ धारा लगाकर उसे डराने की कोशिश हो रही है.
अखिलेश ने यूपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर आरिफ़ की जगह किसी और ने सारस को बचाया होता तो आज उसे सम्मान दिया जाता.
उन्होंने कहा, ”आरिफ़ और सारस को केवल इसलिए अलग किया गया क्योंकि मैं उनका सारस देखने चला गया. आरिफ तो वोट दे सकता है मुझे, सारस तो नहीं देगा वोट. मैं सारस से मिलने क्यों चला गया, मैंने सारस के साथ तस्वीर क्यों खिंचवा ली, इस बात की तकलीफ उन्हें क्यों है?”
अखिलेश यादव ने कहा कि ‘यही वन विभाग के अधिकारी तब कहां थे जब 2019 में एक महावत की हाथी ने हत्या की. 2023 में उसी हाथी ने तीन लोगों की जान ले ली लेकिन वो मुख्यमंत्री का पड़ोसी था इसलिए वन विभाग ने उस हाथी के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की. उत्तर प्रदेश में हर रोज़ सांड के आतंक से लोगों की जान जा रही है, सरकार उसके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती?’
इससे पहले शनिवार को मोहम्मद आरिफ़ पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के उल्लंघन के तहत केस दर्ज किया गया. साथ ही बयान दर्ज कराने को लेकर वन विभाग ने आरिफ़ को नोटिस भी जारी किया है.