AIMIM की सीमांचल न्याय यात्रा से चुनावी बिगुल

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने भी कदम बढ़ा दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने चार दिन की “सीमांचल न्याय यात्रा” की शुरुआत कर दी है। इसे उनके चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत माना जा रहा है।

AIMIM का सीमांचल में कड़ा दांव

  • AIMIM ने 2015 में बिहार की राजनीति में प्रवेश किया।
  • 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने सीमांचल में 5 सीटें जीती थीं।
  • हालांकि 2022 में 4 विधायक आरजेडी में शामिल हो गए थे।
  • 2025 का चुनाव ओवैसी और AIMIM के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा।

सीमांचल न्याय यात्रा

ओवैसी ने किशनगंज से यात्रा शुरू की और सीमांचल के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में रोड शो और नुक्कड़ सभाएं आयोजित कीं।

  • सीमांचल वही इलाका है जहां AIMIM ने अपनी पकड़ बनाई।
  • ओवैसी लंबे समय से इस क्षेत्र के पिछड़ेपन और विकास को मुद्दा बनाते रहे हैं।
  • लोकसभा में उन्होंने “सीमांचल क्षेत्र विकास परिषद” बनाने का निजी विधेयक भी पेश किया।

AIMIM की नजर किस सीट पर?

सीमांचल में 24 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें किशनगंज, कटिहार, अररिया और पूर्णिया शामिल हैं।

  • मुस्लिम आबादी निर्णायक भूमिका निभाती है:
    • किशनगंज: 68%
    • कटिहार और अररिया: 44-45%
    • पूर्णिया: 39%

AIMIM इस बार दांव लगाएगी:

  • परंपरागत सीटें: अमौर, बैसी, बहादुरगंज, कोचाधामन, जोकीहाट
  • अन्य अहम सीटें: किशनगंज, ठाकुरगंज, अररिया

2015 से 2020 तक AIMIM का सफर

  • 2015: 6 सीटों पर लड़ा लेकिन कोई जीत नहीं
  • 2019 उपचुनाव: किशनगंज में जीत
  • 2020: 25 उम्मीदवार, 5 जीत
  • 2022: 4 विधायक पार्टी छोड़कर आरजेडी में शामिल

2020 के चुनावी नतीजे (सीमांचल की 24 सीटें):

  • AIMIM: 5
  • बीजेपी: 8
  • JDU: 4
  • कांग्रेस: 5
  • RJD & CPI(ML): 1-1

AIMIM के सामने चुनौतियां

  1. 2020 में जीती 5 सीटों में से 4 विधायक आरजेडी में शामिल हो गए।
  2. पार्टी को नए उम्मीदवारों और मजबूत चेहरे की तलाश।
  3. मुस्लिम वोट पर RJD की पकड़ अभी भी मजबूत।
  4. प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज भी मुस्लिम वोट बैंक पर नजर गड़ाए हुए है।

AIMIM बनाम RJD

  • बिहार की कुल 243 सीटों में 47 सीटों पर मुस्लिम वोटर निर्णायक हैं।
  • सीमांचल में मुस्लिम वोटर का प्रतिशत 70% तक है।
  • AIMIM और RJD में सीधी टक्कर
  • AIMIM की मजबूती = RJD की कमजोरी

AIMIM का आरोप

AIMIM बिहार अध्यक्ष अख्तरुल ईमान का कहना है:

“बिहार में मुसलमानों के साथ अनदेखी की जाती है। आरजेडी मुसलमानों को आगे नहीं बढ़ने देती। लालू और तेजस्वी यादव ने मुसलमानों को सिर्फ ठगा है।”

उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों की जिम्मेदारी भी है कि वे सही निर्णय लें।

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