सूरत एयरपोर्ट पर 28 किलो सोने की तस्करी पकड़ी गई

सूरत एयरपोर्ट | 21 जुलाई 2025
रविवार को सूरत एयरपोर्ट पर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब दुबई से आई एक फ्लाइट में सफर कर रहे दो यात्रियों को 28 किलो सोने की तस्करी करते हुए पकड़ा गया। इस पूरे ऑपरेशन की सबसे अहम कड़ी बनीं CISF की एक महिला जवान, जिनकी सतर्क निगाहों ने करोड़ों की तस्करी को रोक दिया।

संदिग्ध चाल से खुला तस्करी का राज़

यह घटना तब सामने आई जब एयर इंडिया की दुबई-सूरत फ्लाइट जैसे ही लैंड हुई, एक महिला सुरक्षा कर्मी ने दो यात्रियों की असामान्य चाल-ढाल पर ध्यान दिया। उनका चलने का तरीका बाकी यात्रियों से अलग था, जिससे शक गहराया।

शंका के आधार पर जब दोनों की तलाशी ली गई, तो सुरक्षा अधिकारियों के होश उड़ गए।

सोने को पेस्ट में बदलकर शरीर से चिपकाया गया था

जांच में सामने आया कि दोनों यात्री सोने को पिघलाकर पेस्ट के रूप में तैयार कर लाए थे और उसे अपने शरीर और कपड़ों के बीच चिपका रखा था
इस तकनीक का इस्तेमाल इसलिए किया गया ताकि स्कैनर और मेटल डिटेक्टर भी तस्करी को पकड़ न सकें।

यह एक स्मार्ट लेकिन खतरनाक तरीका है, जो आजकल हाई-प्रोफाइल तस्करी में इस्तेमाल किया जा रहा है।

28 किलो में से 23 किलो निकला शुद्ध सोना

जब बरामद पेस्ट को जांचा गया, तो उसमें से 23 किलो खालिस सोना निकला जिसकी कीमत करोड़ों रुपये में आंकी गई है।
यह तस्करी सिर्फ आर्थिक अपराध नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज़ से भी एक बड़ा खतरा बन सकती थी।

अब कस्टम विभाग कर रहा है गहन पूछताछ

दोनों यात्रियों को हिरासत में लेकर कस्टम विभाग द्वारा पूछताछ की जा रही है।
प्राथमिक जांच में शक है कि इस तस्करी के पीछे कोई अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क काम कर रहा है।
अब अधिकारियों की कोशिश है कि:

  • यह सोना किसे सौंपा जाना था?
  • इसके पीछे कौन लोग हैं?
  • क्या यह सिर्फ एक घटना है या किसी बड़े रैकेट की कड़ी?

सूरत एयरपोर्ट – सोने के तस्करों की नई पसंद?

यह पहली बार नहीं है जब सूरत एयरपोर्ट पर इतनी बड़ी मात्रा में सोना पकड़ा गया हो।
हालिया वर्षों में यहां से 10 से 20 किलो तक की तस्करी की कई घटनाएं सामने आई हैं।
तस्करों के तरीके भी बदलते जा रहे हैं —
कभी बैग्स में, कभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में, और अब सीधे शरीर से चिपकाकर सोना भारत लाया जा रहा है।

CISF की मुस्तैदी से टला बड़ा नुकसान

इस पूरे मामले में CISF की महिला जवान की सतर्कता प्रशंसा के योग्य है
उनकी सजगता ने न सिर्फ सरकारी राजस्व की रक्षा की, बल्कि तस्करों को एक कड़ा संदेश भी दिया —
कि अब तस्करी करना इतना आसान नहीं।

निष्कर्ष: सुरक्षा व्यवस्था की असली ताकत – इंसान की निगरानी

आज जब तस्कर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं, ऐसे में मशीनों से ज्यादा जरूरी हो गया है मानव निरीक्षण और अनुभव
इस घटना ने साबित किया है कि एक सतर्क नजर करोड़ों की सुरक्षा कर सकती है
CISF जैसी एजेंसियों की यही मुस्तैदी भारत की सीमाओं और एयरपोर्ट्स को सुरक्षित बनाए हुए है

https://www.aajtak.in/india/gujarat/story/gold-smuggling-caught-surat-airport-cisf-dubai-flight-28kg-gold-paste-air-india-custom-action-lclcn-rptc-2292916-2025-07-21

(This article is written by Pragya Rai, Intern at News World India.)

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