वोटिंग पूरी, अब सबकी निगाहें 14 नवंबर पर

एग्ज़िट पोल में एनडीए को बढ़त, लेकिन असली नतीजा मतगणना के बाद ही तय होगा

दूसरे चरण की वोटिंग खत्म

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान मंगलवार को संपन्न हो गया।
पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को हुई थी। अब सभी की निगाहें 14 नवंबर पर हैं,
जब मतगणना के बाद यह तय होगा कि बिहार की सत्ता किसके हाथ में जाएगी

इस बार मुकाबला सीधे तौर पर सत्तारूढ़ एनडीए (NDA) और महागठबंधन (Grand Alliance) के बीच है।
वहीं, जन सुराज पार्टी ने भी पहली बार चुनावी मैदान में उतरकर नई चुनौती पेश की है।

एग्ज़िट पोल में क्या दिख रहा है?

मतदान के बाद आए विभिन्न एग्ज़िट पोल्स में एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है।
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि एग्ज़िट पोल हमेशा अंतिम परिणाम नहीं बताते

प्रमुख एग्ज़िट पोल के अनुमान:

  • मैटराइज-आईएएनएस: एनडीए 147-167 | महागठबंधन 70-90 | अन्य 2-6
  • चाणक्य स्ट्रैटेजीज़: एनडीए 130-138 | महागठबंधन 100-108 | अन्य 3-5
  • दैनिक भास्कर: एनडीए 145-160 | महागठबंधन 73-91 | जन सुराज 0-3
  • पीपल्स पल्स: एनडीए 133-159 | महागठबंधन 75-101 | अन्य 2-8
  • पोल डायरी: एनडीए 184-209 | महागठबंधन 32-49 | अन्य 1-5
  • पी-मार्क: एनडीए 142-162 | महागठबंधन 80-98
  • डीवी रिसर्च: एनडीए 137-152 | महागठबंधन 83-98 | जन सुराज 2-4

औसतन, एनडीए को करीब 48% वोट शेयर और महागठबंधन को 37% वोट मिलने का अनुमान है।

सीटों का समीकरण

बिहार विधानसभा की कुल सीटें: 243
सरकार बनाने के लिए किसी भी गठबंधन को कम से कम 122 सीटों की आवश्यकता होगी।

एनडीए में सीट बंटवारा:

  • बीजेपी: 101 सीटें
  • जेडीयू: 101 सीटें
  • लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास): 29 सीटें
  • आरएलएम और एचएएम: 6-6 सीटें

महागठबंधन में सीट बंटवारा:

  • आरजेडी: 143 सीटें
  • कांग्रेस: 61 सीटें
  • सीपीआई (एम-एल): 20 सीटें
  • वीआईपी: 13 सीटें
  • सीपीआई (एम): 4 सीटें
  • सीपीआई: 9 सीटें

जन सुराज और अन्य छोटे दल भी अपने-अपने क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे हैं।

वर्तमान विधानसभा का हाल

वर्तमान में बिहार विधानसभा की स्थिति इस प्रकार है:

  • बीजेपी: 80 विधायक
  • आरजेडी: 77
  • जेडीयू: 45
  • कांग्रेस: 19
  • सीपीआई (एम-एल): 11
  • एचएएम: 4
  • सीपीआई (एम) और सीपीआई: 2-2
  • एआईएमआईएम: 1
  • निर्दलीय: 2

इस समय नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है,
जबकि तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता हैं।

पिछली बार क्या हुआ था?

बिहार में विधानसभा चुनाव 1952 से होते आ रहे हैं।
2005 में फरवरी के चुनाव में सरकार नहीं बन पाई थी,
जिसके बाद अक्तूबर में दोबारा चुनाव करवाए गए।

2020 के चुनाव में एनडीए ने बहुमत हासिल कर सरकार बनाई थी।
इस बार भी मुकाबला लगभग कांटे का बताया जा रहा है।

एग्ज़िट पोल का मतलब क्या है?

एग्ज़िट पोल जनता के मूड और चुनाव की संभावित दिशा का अंदाजा देते हैं।
लेकिन ये अंतिम नतीजों की गारंटी नहीं होते
इसलिए असली फैसला 14 नवंबर की मतगणना के बाद ही सामने आएगा।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार का चुनाव परिणाम देश की राष्ट्रीय राजनीति
पर भी गहरा असर डाल सकता है।

अब सबकी नजरें 14 नवंबर पर

जनता ने मतदान कर अपना फैसला सुना दिया है।
अब देखना यह होगा कि बिहार की गद्दी पर दोबारा नीतीश कुमार बैठेंगे
या तेजस्वी यादव नई सरकार का गठन करेंगे

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