राम मंदिर को लेकर देवभूमि में सियासत शुरू

अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो चुकी है जिसका गवाह सिर्फ भआरत ही नहीं बल्कि कईं देश बने इस दिन को सभी सनातनियों ने मिल कर ऐतिहासिक बना दिया. वैसे तो इस खास दिन को लेकर कई लोगों को निमंत्रण भेजा गया था लेकिन करोड़ों लोगों के मन में ये आस्था थी की इस दिन के वो साक्षी बने और अपने आराध्या के दर्शन पूजन करें तो ऐसे में देवभूमि उत्तराखंड से भी लोग भारी संख्या में अयोध्या पहुंचेंगे क्योकि हर कोई भगवान राम के दर्शन करना चाहता है.
देवभूमि से 6 हजार से ज्यादा लोगों को अयोध्या ले जाने का प्लान तैयार
दरअसल इसको लेकर बीजेपी ने एक प्लान तैयार किया है जिसके तहत बीजेपी इस कड़ी में हर लोकसभा क्षेत्र से 6000 से ज्यादा लोगों को अयोध्या ले दा कर प्रभु राम के दर्शन कराएगी. आपको बता दें कि 25 जनवरी से 25 मार्च तक राज्य के सभी लोकसभा क्षेत्र से लोग को अयोध्या ले जाने की रणनीति तैयार हो गई है वहीं कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि भाजपा लोगों को दर्शन करने के लिए नहीं बल्कि अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के लिए अयोध्या ले जा रही है बीजेपी राम और अयोध्या को अपनी जागीर समझ बैठा है दर्शन करने ले जाना अच्छी बात है लेकिन उसके पीछे राजनीति करना गलत बात है सीएम धामी ने भी कैबिनेट के साथ आगामी 10 से 15 दिनों के बाद अयोध्या में राम मन्दिर के दर्शन करने जाएंगे।

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