राउत का भारत-पाक क्रिकेट मैच पर विवादित बयान

भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबले हमेशा से ही बड़े चर्चा और विवाद का हिस्सा रहे हैं।
इस बार एशिया कप में दोनों देशों के बीच खेल को लेकर शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने कड़ा बयान दिया है।

राउत का तगड़ा बयान

संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में कहा:

“यह सिर्फ खेल नहीं है, बल्कि देश की गरिमा और सुरक्षा से जुड़ा मामला है।
जब हमारे जवान सीमा पर शहीद हो रहे हैं, तब पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना हमारे शहीदों का अपमान है।”

उनका कहना था कि पाकिस्तान सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं है,
बल्कि वह आतंकी गतिविधियों को समर्थन देता है और भारत की शांति भंग करने की कोशिश करता है।

खेल बनाम राजनीति: क्या अलग किया जा सकता है?

संजय राउत के बयान के बाद राजनीतिक गलियारों और सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई।

एक पक्ष कहता है कि:
“क्रिकेट एक खेल है, इसे राजनीति से अलग रखना चाहिए।”

वहीं दूसरा पक्ष मानता है कि:
“जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर अंकुश नहीं लगाएगा, भारत को उसके साथ कोई संबंध नहीं रखने चाहिए।”

केंद्र सरकार पर भी निशाना

राउत ने अप्रत्यक्ष रूप से सरकार पर सवाल उठाए:

“एक तरफ सरकार पाकिस्तान से बातचीत न करने की बात करती है,
दूसरी ओर क्रिकेट के नाम पर रिश्तों को सामान्य दिखाने की कोशिश होती है।”

उन्होंने इसे “दोहरा रवैया” करार दिया और कहा कि इससे जनता में गलत संदेश जाता है।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ

राउत के बयान के बाद ट्विटर (X), फेसबुक और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर राय बंटी:

कुछ यूजर्स ने कहा कि राउत ने सही मुद्दा उठाया।
वहीं, कुछ ने तर्क दिया कि खेल से रिश्तों में सुधार संभव है और इसे राजनीति से जोड़ना ठीक नहीं।

निष्कर्ष

भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच हमेशा भावनाओं से जुड़ा रहा है।
संजय राउत का यह बयान एक बार फिर सवाल खड़ा कर गया:
क्या खेल को राजनीति से अलग रखना चाहिए,
या
राष्ट्रीय सुरक्षा और शहीदों के सम्मान को प्राथमिकता देनी चाहिए?

फिलहाल इतना तय है कि यह बयान एशिया कप के मैच से कहीं ज्यादा चर्चा राजनीतिक गलियारों में करवा गया है।

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