महागठबंधन में सीएम चेहरे को लेकर खींचतान

बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की सियासत पहले ही गरमाने लगी है। पटना में शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक हो रही है।
यह ऐतिहासिक है क्योंकि आजादी के बाद पहली बार बिहार में कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक हो रही है।

देशभर से कांग्रेस के बड़े नेता पटना पहुंच चुके हैं। बैठक में तीन मुख्य मुद्दों पर चर्चा होगी:

  • महागठबंधन के लिए सीटों का बंटवारा
  • विपक्षी दलों की एकजुटता
  • वोटर लिस्ट और चुनावी रणनीति

लेकिन बैठक शुरू होने से पहले ही कांग्रेस के बयान ने बिहार की सियासत में हलचल पैदा कर दी।

सीएम चेहरे को लेकर नई खींचतान

अब तक माना जा रहा था कि राजद नेता तेजस्वी यादव महागठबंधन का मुख्यमंत्री फेस होंगे।
तेजस्वी खुद कई बार कह चुके हैं कि अगर गठबंधन जीतेगा, तो मुख्यमंत्री वही बनेंगे।

लेकिन कांग्रेस ने इस पर कोई स्पष्ट समर्थन नहीं दिया। उल्टा, पार्टी ने साफ संकेत दिया कि सीएम का चेहरा सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष तय करेंगे।

डीके शिवकुमार का बयान

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने पत्रकारों से कहा:

“महागठबंधन में मुख्यमंत्री का चेहरा कांग्रेस अध्यक्ष ही तय करेंगे।

इस बयान से राजद खेमे में हलचल मची और राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई कि क्या कांग्रेस तेजस्वी यादव को सीएम फेस मानने को तैयार नहीं है।

कांग्रेस का बढ़ता आत्मविश्वास

हाल ही में राहुल गांधी ने बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाली।
इस दौरान जनता से अच्छा रिस्पॉन्स मिलने के बाद कांग्रेस अब गठबंधन में ज्यादा सीटें मांग रही है

सूत्रों के अनुसार:

  • कांग्रेस ने इस बार करीब 70 सीटों की मांग की है।
  • इसमें वे सीटें भी शामिल हैं, जहां पिछली बार पार्टी दूसरे नंबर पर थी।
  • पार्टी का मानना है कि बिहार में उसकी राजनीतिक ताकत बढ़ी है, इसलिए वह अब प्रेशर पॉलिटिक्स कर रही है।

लालू यादव की बढ़ी चिंता

लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार मान रहे थे कि तेजस्वी यादव ही सीएम पद के दावेदार होंगे।
लेकिन कांग्रेस के इस नए रुख ने उनके लिए चिंता बढ़ा दी है।

लोकसभा चुनाव में पहले भी कांग्रेस और राजद के बीच तालमेल पर सवाल उठे थे।
अब विधानसभा चुनाव से पहले वही स्थिति दोबारा बनती दिख रही है।

बैठक में चर्चा के मुख्य मुद्दे

  • सीट बंटवारे की रणनीति
  • विपक्षी दलों की एकजुटता
  • वोटर लिस्ट और चुनावी अभियान की दिशा

लेकिन असली हलचल सीएम चेहरे को लेकर है।
कांग्रेस के बयान ने साफ कर दिया कि पार्टी महागठबंधन में बराबरी का रोल चाहती है, सिर्फ सहयोगी नहीं।

बिहार की सियासत पर असर

  • सीएम फेस को लेकर महागठबंधन में खींचतान बढ़ रही है।
  • तेजस्वी यादव का रास्ता अब आसान नहीं दिख रहा।
  • कांग्रेस का यह नया दांव राज्य की राजनीति का खेल पूरी तरह बदल सकता है।
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